Loading...
 
Skip to main content

View Articles

नरेंद्र मोदी सरकार को बांग्लादेश के साथ व्यवहार में सावधानी बरतनी होगी

यह भारत के हित में है कि कम से कम समय में सामान्य स्थिति बहाल हो
कल्याणी शंकर - 2024-08-13 11:00 UTC
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 5 अगस्त को अचानक अपना देश छोड़ दिया, जिससे उनके देश और दक्षिण एशिया क्षेत्र में तत्काल चिंता पैदा हो गयी।

सिसोदिया की जमानत से उभरा लाखों विचाराधीन कैदियों के अधिकारों के हनन का सवाल

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि न्यायपालिका के तौर-तरीके से तंग आ चुके हैं लोग
के रवींद्रन - 2024-08-12 10:37 UTC
जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ कहते हैं कि लोग हमारी अदालतों के काम करने के तरीके से तंग आ चुके हैं, तो न्यायिक प्रणाली पर इससे अधिक गंभीर आरोप और क्या हो सकता है! उनका यह दावा कि न्यायपालिका को केवल न्यायाधीशों द्वारा न्यायाधीशों के लिए संचालित होने वाली संस्था नहीं होना चाहिए, एक महत्वपूर्ण आलोचना है जो भारत के कानूनी ढांचे के भीतर प्रणालीगत मुद्दों को रेखांकित करती है।

फिर वही रोजगारविहीन विकास की रणनीति पर नरेंद्र मोदी सरकार

2024-25 के बजट में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने का सुनहरा मौका चूक गया
डॉ युगल रायलू - 2024-08-10 10:36 UTC
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के बारे में कई बातें सामने आयी हैं, जिनमें से एक प्रमुख है वर्तमान में अपनायी जा रही रोजगार विहीन विकास की रणनीति जिसके कारण बेरोजगारी की ऊंची दर को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।

यूं हुई भारत छोड़ो आंदोलन की शुरूआत

लोगों में हुआ एक अद्भुत साहस का उदय
एल.एस. हरदेनिया - 2024-08-09 10:47 UTC
आज की तारीख अर्थात् 9 अगस्त को गाँधी जी ने अंग्रेजी साम्राज्य से कहा था कि भारत छोड़ो। यह तारीख वर्ष 1942 की है। यद्यपि गाँधी जी ने उनसे भारत छोड़ने की कोई तारीख तय नहीं की थी परंतु उनसे यह अपेक्षा की थी कि वे शीघ्र भारत को आज़ाद कर दें। 9 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन की तिथि ब्रिटिश शासन ने लगभग स्वयं तय कर दी थी।

नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम में संशोधन पर देश विभाजित

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को सभी हितधारकों और पार्टियों से परामर्श करना चाहिए
असद मिर्जा - 2024-08-09 10:32 UTC
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करने के कदम की धर्मनिरपेक्ष पार्टियों और मुस्लिम संगठनों दोनों ने कड़ी आलोचना की है। लेकिन यह इस तथ्य को भी उजागर करता है कि तथाकथित मुस्लिम नेता खुद अपने घर को सही करने के लिए तैयार नहीं हैं। कई राज्यों के वक्फ बोर्डों में कथित अनियमितताओं का फायदा उठाते हुए, सरकार ने इन नेताओं को देश की राजनीति में उनकी जगह दिखाने के लिए यह कदम उठाया है, इससे पहले ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर उन्हें कड़ी फटकार लगायी गयी थी।

गरीब भारत का अचानक बिना किसी तर्क के सोने के आयात पर जोर

सोने पर आयात शुल्क में कटौती 2013 के बाद सबसे अधिक
नन्तू बनर्जी - 2024-08-08 10:37 UTC
सोने और गोल्ड डोरे पर भारतीय आयात शुल्क में अचानक और सबसे तेज कटौती काफी भ्रामक प्रतीत होती है, क्योंकि सोने पर 15 प्रतिशत आयात शुल्क के बावजूद पिछले वित्तीय वर्ष में भारत का पीली धातु का आयात लगभग 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। उसके पहले वाले वर्ष में सोने का आयात लगभग 37 अरब डॉलर का था। इस वर्ष के बजट में सोने पर सीमा शुल्क में भारी कटौती करके इसे नौ प्रतिशत घटाकर केवल छह प्रतिशत कर दिया गया, जो अब जून 2013 के बाद सबसे कम है, जबकि गोल्ड डोरे पर सीमा शुल्क 14.35 प्रतिशत से घटाकर 5.35 प्रतिशत कर दिया गया है।

शेख हसीना के जाने के बाद बांग्लादेश: भारत के लिए इसका क्या मतलब है?

नई दिल्ली को चुनौती का सामना करने में अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी
नित्य चक्रवर्ती - 2024-08-07 10:35 UTC
भारत आज बांग्लादेश में अभूतपूर्व राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है, जब पिछले पंद्रह वर्षों से प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना वाजेद को सेना के जनरलों और उनकी अपनी सुरक्षा टीम के सदस्यों ने मात्र 45 मिनट के भीतर देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। वह अब दिल्ली में हैं और राजनीतिक शरण के लिए किसी पश्चिमी देश से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रही हैं।

लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी का प्रदर्शन बेहतर

दो दशकों में एक सांसद के रूप में आया एक उल्लेखनीय परिवर्तन
कल्याणी शंकर - 2024-08-06 10:47 UTC
यह अनुमान लगाना शायद अभी जल्दबाजी होगी कि लोकसभा में विपक्ष के नये नेता (एलओपी) के रूप में राहुल गांधी कितने अच्छे से आकार ले रहे हैं। मौजूदा बजट सत्र कुछ ही दिनों में समाप्त हो रहा है, इसलिए हमें उनके नेतृत्व को पूरी तरह से समझने के लिए और समय की आवश्यकता होगी। लेकिन उन्होंने अच्छी शुरुआत की है, इसमें कोई संदेह नहीं।

वायानाड की तबाही अक्षम्य राजनीतिक अपराध का परिणाम

निहित स्वार्थी लॉबी का प्रशासन और नीति तंत्र पर मजबूत नियंत्रण
के रवींद्रन - 2024-08-05 10:38 UTC
वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन, जिसमें बस्तियों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों का एक बड़ा हिस्सा तबाह हो गया, के बाद पश्चिमी घाट के लगभग 56,825 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को इको-सेंसिटिव क्षेत्र (ईएसए) के रूप में घोषित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा एक नयी मसौदा अधिसूचना जारी करने के निर्णय को इस क्षेत्र की पुरानी पर्यावरणीय चुनौतियों के प्रति एक रणनीतिक, सुविचारित दृष्टिकोण के बजाय एक जल्दबाजी में लिया गया कदम ही माना जा सकता है।

आरक्षण में उप-कोटा की अनुमति देने वाले फैसले में छिपा संभावित राजनीतिक मोड़

सर्वोच्च न्यायालय के बहुमत के फैसले ने संरचित आरक्षण का रास्ता साफ कर दिया
डॉ. ज्ञान पाठक - 2024-08-03 10:39 UTC
भारत के सर्वोच्च न्यायालय की 7-न्यायाधीशों की संविधान पीठ द्वारा अनुसूचित जातियों (एससी) के लिए समग्र कोटे के भीतर उप-कोटा की अनुमति देने वाले फैसले में भारतीय राजनीति को एक नयी दिशा में मोड़ने की क्षमता है, क्योंकि यह देश के लिए एक नयी संरचित (स्ट्रक्चर्ड) आरक्षण नीति का मार्ग प्रशस्त करता है, न केवल एससी के लिए, बल्कि अनुसूचित जनजातियों (एसटी), अन्य पिछड़ी जातियों (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए भी।