चर्य चर्या के विषयों या कार्यों को चर्य कहा जाता है। उदाहरण के लिए ब्रह्मचर्य को लिया जा सकता है जिसका अर्थ होगा ब्रह्म विषय में किये जाने वाले कार्य या व्यवहार आदि।