कोरोना महामारी और हम
निबटने के झोलाछाप तरीके ही बढा रहे हैं संकट
2021-05-26 12:05
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भारत में नौकरशाही तो राजनीतिक सिस्टम का हिस्सा बहुत पहले से बनती रही है। आर्थिक, वैदेशिक और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ और सलाहकार भी सरकार के शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व की भाव-भंगिमा के अनुरूप सलाह देते रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी के दौर में यह पहली बार देखने को मिल रहा है शीर्ष पदों पर बैठे डॉक्टर और वैज्ञानिक भी पूरी तरह राजनीतिक सिस्टम का हिस्सा बन चुके हैं। वे भी सरकार की शहनाई पर तबले की संगत दे रहे हैं, यानी वही सब कुछ बोल रहे हैं जैसा सरकार चाहती है। समझ में ही नहीं आ रहा है कि देश में कोरोना महामारी से उपजे संकट का प्रबंधन कौन संभाल रहा है? डॉक्टरों और वैज्ञानिकों की सरकार परस्ती का खामियाजा आम लोगों को सिर्फ आर्थिक रूप से ही नहीं उठाना पड रहा है, बल्कि उनकी सेहत के साथ भी गंभीर खिलवाड हो रहा है।