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रूठा मानसून, संकट में खेती और निष्ठुर राजनीति

मौसम विभाग की भविष्यवाणी आमतौर पर गलत साबित होती है
अनिल जैन - 2021-07-03 12:19 UTC
भारत में मानसून को लेकर मौसम विभाग का अनुमान या भविष्यवाणी आमतौर पर गलत ही साबित होती है। इसलिए इस बार भी ऐसा हो रहा है तो कोई आश्चर्य नहीं। इस बार भी मौसम विभाग ने मानसून समय पर आने की भविष्यवाणी करते हुए 104 से 110 फीसद वर्षा की संभावना जताई है। इस स्थिति को सामान्य से अधिक वर्षा माना जाता है, लेकिन मौसम विभाग का यह अनुमान हकीकत से दूर नजर रहा है। मानसून की आमद में हो रही देरी से पिछले दिनों बेमौसम बारिश की मार झेल चुके कृषि क्षेत्र का संकट और गहरा हो गया है। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों से पैदा हुआ संकट भी अभी कायम है, जिसके खिलाफ पिछले सात महीने से कई राज्यों के किसान आंदोलन कर रहे हैं।

मोदी-शाह की जोड़ी जम्मू-कश्मीर पर अपने गेम प्लान के साथ आगे बढ़ रही है

24 जून की बैठक में सिर्फ दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के लोगों के बीच खाई बढ़ी
प्रकाश कारत - 2021-07-02 09:35 UTC
मोदी-शाह की जोड़ी अपने हिंदुत्व विश्वासों के आधार पर जम्मू-कश्मीर के आवश्यक चरित्र को बदलने की अपनी जिद को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

विपक्ष ने लगाया जिला पंचायत चुनाव में सत्ता के दुरूपयोग का आरोप

भाजपा के 21 जिला परिषद अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित
प्रदीप कपूर - 2021-07-01 14:57 UTC
लखनऊः विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ भाजपा पर अधिक से अधिक जिला पंचायतों पर कब्जा करने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। भाजपा पहले ही 21 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर निर्विरोध जीत चुकी है, जबकि 3 जुलाई को 53 जिलों में भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी लड़ाई होगी। चूंकि बसपा अध्यक्ष मायावती ने घोषणा की कि उनकी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेगी, समाजवादी पार्टी, भाजपा और अन्य दल अपने उम्मीदवारों को जिताने में लगे हैं।

चिराग को तेजस्वी का ऑफर मंजूर नहीं

रामविलास के बेटे के लिए मोदी क्यों जरूरी हैं
उपेन्द्र प्रसाद - 2021-06-30 09:49 UTC
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव बहुत खुश हैं कि रामविलास पासवान द्वारा गठित लोकजनशक्ति पार्टी में फूट पड़ गई है और पांच सांसदों ने मिलकर रामविलास के बेटे चिराग पासवान को दरकिनार कर दिया है। वे बार बार अपील कर रहे हैं कि चिराग उनके साथ जुड़ जाएं। राजद के एक नेता ने तो चिराग को लालू के दल में शामिल होने की अपील भी कर डाली, लेकिन इन अपीलों का कोई प्रभाव चिराग पासवान पर नहीं पड़ रहा है। चिराग पासवान को अभी भी नरेन्द्र मोदी से ही उम्मीद है। वे भारतीय जनता पार्टी और मोदी को उलाहना तो दे सकते हैं कि वे उनकी रक्षा करने को नहीं आ रहे हैं, लेकिन उनकी आलोचना करने की हिम्मत वे नहीं जुटा रहे हैं।

एक जुलाई को डॉक्टर्स डे पर समर्पण और बलिदान की याद

डॉ अरुण मित्रा - 2021-06-29 11:15 UTC
एक जुलाई को डॉक्टर्स डे पर उन लोगों को श्रद्धांजलि देना उचित होगा जिन्होंने मानव जाति को कोविड-19 के विनाशकारी नुकसान से बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। अस्पतालों में बीमारों की देखभाल करने, अपनी जान जोखिम में डालने के अलावा, स्वास्थ्य पेशेवर वायरस पर शोध कार्य में लगे रहे, जो बहुत तेजी से अपने आपको परिवर्तित कर रहा है।

आरएसएस और आपातकाल

तत्कालीन संघ प्रमुख देवरस ने इन्दिरा के समर्थन में पत्र लिखे थे
अनिल जैन - 2021-06-28 09:39 UTC
आपातकाल के 46 वीं बरसी के मौके पर कई लोगों ने मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए भारतीय लोकतंत्र के उस त्रासद और शर्मनाक कालखंड को अलग-अलग तरह से याद किया। याद करने वालों में ऐसे तो हैं ही जो आपातकाल के दौरान पूरे समय जेल में रहे थे या भूमिगत रहते हुए आपातकाल और तानाशाही के खिलाफ संघर्ष में जुटे हुए थे। मगर आपातकाल को उन लोगों ने भी बढ-चढकर याद किया, जो अपनी गिरफ्तारी के चंद दिनों बाद ही माफीनामा लिखकर जेल से बाहर आ गए थे, ठीक उसी तरह, जिस तरह विनायक दामोदर सावरकर अंग्रेजों से माफी मांग कर जेल से बाहर आए थे।

भारत के तीन सीमावर्ती राज्यों में म्यांमार से लोगों का बड़ा पलायन

शरणार्थियों से कैसे निपटा जाए, इस पर केंद्र ने अभी तक कड़ा निर्देश नहीं दिया है
आशीष बिश्वास - 2021-06-26 11:01 UTC
म्यांमार में चल रहे नागरिक संघर्ष के शीघ्र अंत की कोई संभावना नहीं होने के कारण, भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बर्मी शरणार्थियों का पलायन बढ़ गया है। अब तक, विभिन्न मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि केवल पांच महीनों के भीतर मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड को पार करने वाले लोगों की संख्या 16,000 को पार कर गई है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा की वापसी आसान नहीं

फिर भी योगी से बेहतर चेहरा पार्टी के पास नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2021-06-25 12:01 UTC
बंगाल चुनाव की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी और उसके मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मनोबल गिरा हुआ है। इस बीच उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव भी हुए थे और उसमें भी भारतीय जनता पार्टी की हार हुई थी। उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव पार्टी के आधार पर नहीं होते, लेकिन जिला परिषद के सदस्यों के चुनाव दलीय आधार पर ही होते हैं और जिला परिषद चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के मात्र 20 फीसदी उम्मीदवार ही जीत सके थे। 26 फीसदी उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के जीते थे। सबसे ज्यादा निर्दलीयों की जीत हुई थी। अब जिला परिषद के वे सदस्य जिला परिषद के अध्यक्षों का चुनाव करेंगे। कोरोना की तेज लहर के कारण उनके चुनाव को स्थगित कर दिया गया था। जुलाई के पहले सप्ताह में उनका चुनाव होना है।

तख्तापलट द्वारा म्यांमार में विपक्ष की आवाज को दबा दिया गया है

लेकिन सेनाराज के खिलाफ नागरिक प्रतिरोध जारी है
बरुण दास गुप्ता - 2021-06-24 10:23 UTC
जिस सेना ने म्यांमार में चुनी हुई सरकार को उखाड़ फेंका और 1 फरवरी को सत्ता संभाली, उसने न केवल विपक्ष की आवाज को दबा दिया, बल्कि उस देश से निकलने वाली किसी भी खबर को प्रभावी ढंग से दबा दिया है, सिवाय उन खबरों को छोड़कर जो जुंटा द्वारा जांची गई थीं। अप्रैल के बाद से देश के मौजूदा हालात की शायद ही कोई खबर विदेशी अखबारों में निकली हो।

पंडित नेहरू और शेख अब्दुल्ला के कारण ही कश्मीर बन सका भारत का हिस्सा

आरएसस और हिन्दू महासभा के गलत समय पर हुए आंदोलन ने मामला बिगाड़ा
एल. एस. हरदेनिया - 2021-06-23 10:21 UTC
भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समेत कई व्यक्ति व संगठन जवाहरलाल नेहरू को कश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार मानते हैं। परंतु इसके विपरीत पूरे विश्वास से यह दावा किया जा सकता है कि यदि जवाहरलाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला नहीं होते तो जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं बन पाता। भारत को आजादी देने के लिए ब्रिटिश संसद ने जो कानून बनाया था उसके अनुसार इंडिया को दो राष्ट्रों में विभाजित किया जाना था। भारत की सभी रियासतों को तीन विकल्प दिए गए थे। वे चाहेँ तो भारत या पाकिस्तान में शामिल हो सकते थे या आजाद भी रह सकते थे। उन्हें यह फैसला दोनों राष्ट्रों के बनने के पहले लेना था। फैसला लेने का अधिकार संबंधित रियासत के राजा- नवाब को दिया गया था।