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सांस के जरिये मिलती असाध्य बीमारियों की सौगात

खतरे की घंटी है मौसम चक्र का बदलाव
योगेश कुमार गोयल - 2018-06-29 11:38 UTC
पिछले कुछ समय से देशभर में कुदरत जो कहर बरपा रही है, उसकी अनदेखी उचित नहीं और समय रहते अगर हम नहीं चेते तो आने वाले समय में इसके भयानक दुष्परिणामों के लिए हमें तैयार रहना होगा। पिछले कुछ महीनों के दौरान कहीं प्रचण्ड धूल भरी आंधियां, तो कहीं बेमौसम बर्फबारी, ओलावृष्टि, बादलों का फटना, भारी बारिश और आसमान से गिरती बिजली की वजह से भारी तबाही देखी गई और मौसम विभाग को बार-बार मौसम के बिगड़ते मिजाज को लेकर अलर्ट जारी करने पड़े।

अब नए वेश में आपातकाल

लोकतांत्रिक संस्थाओं, रवायतों और मान्यताओं का क्षरण तेजी से जारी
अनिल जैन - 2018-06-28 13:00 UTC
हर साल की तरह इस बार भी 25 जून को आपातकाल की बरसी मनाई गई। लोकतंत्र की रक्षा की कसमें खाते हुए इस मौके पर 43 बरस पुराने उस सर्वाधिक स्याह और शर्मनाक अध्याय, एक दुःस्वप्न यानी उस मनहूस कालखंड को याद किया गया, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता की सलामती के लिए आपातकाल लागू कर समूचे देश को कैदखाने में तब्दील कर दिया था। विपक्षी दलों के तमाम नेता और कार्यकर्ता जेलों में ठूंस दिए गए थे।

आपातकाल और उसके बाद

जब संपूर्ण क्रांति का सपना गुटबंदी की बलि चढ़ गया
एल एस हरदेनिया - 2018-06-27 12:43 UTC
‘‘आप अपने मतभेदों को भुलाएं और मिल-बैठकर समस्याओं को सुलझाएं। यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो देश का भारी नुकसान होगा क्योंकि देश रूपी जहाज का संचालन आपके हाथों में है।‘‘

संकट में कुमारस्वामी सरकार

दारोमदार मुख्यमंत्री पर
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-06-26 10:33 UTC
कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, क्योेकि मंत्री बनने से वंचित रह गए अनेक कांग्रेसी नाराज हैं। जिन लोगों को मंत्री बनाया गया है, उनमें से अनेक इसलिए नाखुश हैं क्योंकि उन्हें मनपसंद मंत्रालय नहीं मिले हैं। सच तो यह है कि कुमारस्वामी सरकार के गठन के बाद ही असंतोष की स्थिति पैदा हो गई थी और उसके कारण ही मंत्रिमंडल के विस्तार में जरूरत से ज्यादा अन्य मंत्री सरकार में शामिल हुए थे और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया था।

भ्रष्टाचार मुक्त कैसे बने भारत

जो सत्ता में आते हैं, वही भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-06-25 08:54 UTC
देश जब से आजाद हुआ तब से लोकतंत्र की बागडोर सुविधाभोगी लोगों के हाथ आ गई, जहां राष्ट्रहित से स्वहित सर्वोपरि होता गया। दिन पर दिन चुनाव महंगे होते गये। सŸाा पाने के लिये हर तरह के अनैतिक हथकंडे प्रायः सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपनाये जाने लगे। जिससे लोकतंत्र पर माफियाओं का सम्राज्य घीरे - घीरे स्थापित होने लगा । अर्थबल एवं बाहुबल प्रभावित राजनीतिक प्रक्रिया ने भारतीय लोकतंत्र की दशा एवं दिशा ही बदल दी जहां लूटतंत्र का सम्राज्य स्थापित हो गया। पंचायती राज्य से लेकर विधायिका एवं कार्यपालिका तक शामिल सभी अपने - अपने तरीके से देश के माफियाओं के संग मिलकर देश को लुटने लगे, जिससे देश में अनेक प्रकार के घोटालें उजागर हुए ।

गठबंधन को लेकर मायावती की पैंतरेबाजी

नजर प्रधानमंत्री के पद पर
अनिल जैन - 2018-06-23 11:20 UTC
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए छोटी तथा क्षेत्रीय पार्टियों के साथ तालमेल को लेकर कांग्रेस के प्रादेशिक नेतृत्व के आश्वस्ति भरे दावों को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ओर से तगडा झटका मिला है। बसपा ने कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन को लेकर आ रही खबरों को महज अफवाह करार देते हुए कहा है कि बसपा मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लडेगी और सभी सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

कांग्रेस और बसपा के बीच चुनावी तालमेल की बातचीत नहीं

दोनों पार्टियां कदम फूंक फूंक कर रख रही हैं
एल एस हरदेनिया - 2018-06-22 12:59 UTC
भोपाल: मध्यप्रदेश में अब तक दो-पक्षीय चुनावी मौहाल रहा है। लेकिन अब इस बात को लेकर हो रही है कि क्या 2018 विधानसभा चुनावों में स्थिति क्या बदल जाएगी।

सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र अनुपम धरा उत्तराखंड

भ्रमण और तीर्थ स्थलों पर बेहतर सुविधा का अभाव
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-06-21 09:16 UTC
उत्तराखंड भारत का हरा - भरा प्राकृृतिक सौदर्य से भरपूर पहाड़ी राज्य है जिसकी छटा अपने आप में निराली है। देश की प्रमुख नदियों का यह उद्गम स्थल है, जहां गंगोत्री से गंगा एवं यमुनोत्री से यमुना निकलकर पहाड़ियों के बीच से अपना कलरव करती हुई सदियों से निरंतर बह रही है। उसकी हिन्दू मान्यताएं अपने आप में विशेष महत्व रखती है। हिन्दु गंगा को माता का दर्जा दे रखे है जिसमें स्नान करने एवं जल का पयपान करने से सारे पाप धूल जाते है। आज भी ये मान्यताएं बनी हुई हैं।

भाजपा का पीडीपी से संबंध विच्छेद

क्या कश्मीर मसले पर मोदी अगला चुनाव लड़ेंगे?
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-06-20 08:11 UTC
भारतीय जनता पार्टी ने पीडीपी से अपना संबंध विच्छेद कर लिया और महबूबा मुफ्ती की सरकार का पतन हो गया। इस अलगाव से किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि दोनों पार्टियों का वह गठबंधन एक बेमेल और अवसरवादी गठबंधन था। कहने को तो भारतीय जनता पार्टी कह रही थी कि कश्मीर के भले के लिए उसने वह गठबंधन किया, लेकिन अब उसकी सत्ता लोलुपता जगजाहिर हो गई है और सत्ता में आने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार रहती है। कश्मीर में उसका वह गठबंधन भी सिर्फ और सिर्फ सत्ता के लिए ही प्रेरित था।

दुनिया की सोच को बदल सकता है योग

योग के जरिये हम सेहत और तंदुरुस्ती के भी महागुरू बन गए हैं
प्रभुनाथ शुक्ल - 2018-06-19 17:42 UTC
भारत के संस्कार में योग समाहित है। योग मानसिक और शारीरिक विकारों से मुक्ति का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान है। इसकी सार्थकता को दुनिया के कई धर्मों ने स्वीकार किया है। योग सिर्फ व्यायाम का नाम नहीं बल्कि इसके आठ आयामों के जरिए हम मन, मस्तिष्क और शारीर को नियंत्रित कर सकते हैं। आधुनिक जीवन पद्धति में योग सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग की बदौलत सोशलमीडिया पर फिटनेश वीडिओ वायरल पोस्ट कर देश वासियों को स्वस्थ रहने की चुनौती दे रहे हैं। जबकि देश की नामचीन हस्तियां उसे स्वीकार कर रही हैं।