स्वामी विवेकानन्द और आज का युवा वर्ग
2013-01-13 07:19 -प्राचीन काल से लेकर अब तक मानव सभ्यता की उम्मीदें युवा वर्ग पर ही बनी रही है। यही कारण है कि सुकरात से लेकर आज के आधुनिक सामान्य जन तक युवाओं को ऐसी दिशा में ले जाने के प्रयास करते रहे हैं जिस रास्ते पर चलकर परिवार, समाज, देश और विश्व का कल्याण संभव हो सके।