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भारत

जाड़े के मौसम में भी भाजपा नेताओं के छूट रहे हैं पसीने

आम आदमी पार्टी को शिकस्त देना आसान नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2015-01-29 11:29
नई दिल्लीः दिल्ली में कड़ाके की सर्दी है, लेकिन इस मौसम में चुनावी गर्मी का माहौल अब अपने चरम पर पहुंच गया है। यह चुनाव मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी के बीच में सिमट कर रह गया है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की सभाओं मे भी इस बार भीड़ जुट रही है, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार आमतौर पर मायूसी का सामना कर रहे हैं। वैसे कांग्रेस के पास इस चुनाव में खोने के लिए कुछ भी नहीं है। पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश की 70 लोकसभा सीटों में से किसी पर भी बढ़त हासिल नहीं हुई है।
भारत: केरल

मणि के समर्थन के मसले पर कांग्रेस में मतभेद

केरल कांग्रेस (मणि) के अंदर भी भारी कलह
पी श्रीकुमारन - 2015-01-28 11:26
तिरुअनंतपुरमः वित्तमंत्री के एम मणि को उनके पद से हटाए जाने को लेकर कांग्रेस के अंदर भारी मतभेद पैदा हो गया है। रमेश चेनिथाला का गुट मणि को पद से हटाए जाने की वकालत कर रहा है, तो मुख्यमंत्री चांडी का गुट मणि को अपने पद से बर्खास्त किए जाने के खिलाफ है।
भारत

मुलायम और राज्यपाल ने की अखिलेश सरकार की आलोचना

उत्तर प्रदेश की राजनीति में दरारें हो रही हैं चौड़ी
प्रदीप कपूर - 2015-01-27 12:24
लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने बेटे अखिलेश द्वारा सरकार चलाने के तरीके को लेकर नाराज हैं।
भारत

मध्यप्रदेश पर संघ की खास नजर

भागवत चाहते हैं कि कमजोर भारत इजरायल की नकल करे
एल एस हरदेनिया - 2015-01-24 11:30
भोपालः यह मानने में किसी प्रकार का शक नहीं होना चाहिए कि मध्यप्रदेश पर आरएसएस की खास नजर है। यह प्रदेश हमेशा से संघ का गढ़ माना जाता रहा है। पिछले एक साल में संघ ने अनेक कैंप इसी प्रदेश में लगाए। पिछले 19 जनवरी को एक कैंप का समापन कार्यक्रम था। यह कैंप सागर में हुआ था। सागर बुंदेलखंड का सबसे महत्वपूर्ण शहर है और प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय भी यहीं है। सागर विश्वविद्यालय की स्थापना डाॅक्टर हरि सिंह गौर ने की थी। वे इस इलाके के एक लिजेंडरी पुरुष हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी की सारी कमाई इस विश्वविद्यालय की स्थापना में अर्पित कर दी थी।

बराक ओबामा की भारत यात्रा

गणतंत्र दिवस की मेहमानी से ज्यादा
कल्याणी शंकर - 2015-01-23 11:51
नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का स्वागत करने के लिए तैयार है। वे 26 दिसंबर को होने वाले देश के मुख्य समारोह मे मुख्य अतिथि बनकर आ रहे हैं। यह इतिहास का पहला मौका होगा, जब अमेरिका का कोई राष्ट्रपति हमारे गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य अतिथि होगा। ओबाम दंपत्ति 26 जनवरी के परेड का अवलोकन करेंगे।
भारत: केरल

नये संकट में फंसा यूडीएफ सरकार

बार घूसखोरी कांड में नया खुलासा
पी श्रीकुमारन - 2015-01-22 11:49
तिरुअनंतपुरमः केरल की यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) सरकार का संकट और भी बढ़ गया है। इसका कारण शराब के बार मालिकों के र्संघ द्वारा दी गई घूस का मामला है। वित्तमंत्री के एम मणि पर आरोप लग रहा है कि उन्होंने बार संघ के मालिकों से घूस खाए। इसी मामले में अब कुछ नई बातें सामने आई हैं।
भारत

आने वाला एक साल मोदी के लिए कठिन होगा

लोगों को विकास की कीमत चुकानी होगी
एस सेतुरमण - 2015-01-21 12:43
सत्ता हासिल करने के बाद मोदी सरकार ने विदेशों में अपनी छवि बेहतर करने की कोशिश की। देश के लोगों की उम्मीदों को थोड़ा और बढ़ाया। अभी भी वह उत्सव के माहौल में हैं। उसके उत्सव का यह माहौल 26 जनवरी को समाप्त हो जाएगा। उस रोज गणतंत्र दिवस पर इंडिया गेट पर एक बड़ा राष्ट्रीय उत्सव होगा और वह भी अमेरिकी राष्ट्रपति की उपस्थिति में। वे उस उत्सव समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
भारत

पार्टी अध्यक्ष के रूप में विफल होंगे राहुल

स्वाभाविक नेता का मिथ ध्वस्त हो चुका है
अमूल्य गांगुली - 2015-01-20 11:24
कांग्रेस द्वारा पारित किए गए पिछले प्रस्ताव में एक दिलचस्प वाक्य है। उसमें कहा गया है कि कांग्रेस की अध्यक्ष और इसके उपाध्यक्ष की जबर्दस्त विश्वसनीयता है और देश के लोगों का उनके साथ जबर्दस्त भावनात्मक लगाव है और पार्टी को चाहिए कि वह इस राजनैतिक पूंजी की रक्षा करे और उसका लाभ उठाए। प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रगतिशील और उदार ताकतों को अपने इर्द गिर्द जमा करने वालों के स्वाभाविक प्रतीक हैं।
भारत

त्रिशंकु विधानसभा की ओर बढ़ती दिल्ली

आप और भाजपा के बीच कठिन टक्कर
हरिहर स्वरूप - 2015-01-19 11:27
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद तीन संभावनाएं पैदा हो सकती हैं। सबसे अधिक संभावना इस बात की है कि एक बार फिर विधानसभा त्रिशंकु हो। दूसरी संभावना आम आदमी पार्टी की सरकार के गठन की हो रही है, तो तीसरी संभावना भाजपा के सरकार बनने की है। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी को शायद अपने बूते बहुमत हासिल नहीं हो। सवाल उठता है कि यदि विधानसभा त्रिशंकु नहीं रही तो फिर क्या होगा। क्या कांग्रेस आम आदमी पार्टी की सरकार का समर्थन करेगी? शीला दीक्षित ने तो कुछ ऐसा ही संकेत दिया था।
भारत: दिल्ली विधानसभा चुनाव

मोदी की आभा से चमत्कृत और केजरीवाल से सम्मोहित जनता आखिर किधर जयेगी

राजनीतिक विष्लेशकों के लिए भी उत्तर आसान नहीं रहा
डॉ ज्ञान पाठक - 2015-01-17 11:35
दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी? भाजपा की या आम आदमी पार्टी की? यही दो प्रश्न आज दिल्लीवासियों के बीच ही नहीं बल्कि देश भर में राजनीतिक चर्चाओं के केन्द्र में हैं। दोनों राजनीतिक पार्टियों के बीच जिस प्रकार कांटे की टक्कर होने की सम्भावना उत्पन्न हो गयी है उसमें धुरन्धर राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी इनका स्पष्ट जवाब देना कठिन हो गया है। एक तरफ प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व से चमत्कृत जनता भाजपा को सत्ता में बहुमत से लाने के लिए कटिबद्ध दिखती है तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल की आभा से सम्मोहित जनता उन्हें एक बार फिर दिल्ली की गद्दी देने पर उतारू हो गये लगती है। कांग्रेस का नाम लेने वाला तो कोई-कोई ही मिलता है जो कांग्रेस की दुर्गति का स्पष्ट संकेत दे देता है।