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दो भारतीय फिल्मों और एक रूसी फिल्म को स्वर्ण शंख पुरस्कार

विशेष संवाददाता - 2010-02-10 12:37
रूसी फिल्म निदेशक अलेक्जेंडर गुटमैन की फिल्म अगस्त 17 को सर्वश्रेष्ठ वृत्तवित्र के लिए, जबकि उमेश कुलकर्णी द्वारा निर्देशित फिल्म द स्पेल को मुंबई में आज एनसीपीए में संपन्न 11वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र के लिए स्वर्ण शंख पुरस्कार प्रदान किया गया ।

लंदन सम्मेलन में जेहादियों की जीत

अमेरिकी दबाव में भारत
अमूल्य गांगुली - 2010-02-10 10:33
भारत द्वारा अचानक पाकिस्तान के साथ बातचीत की पेशकश उस समय की गई है, जब लंदन में हुए अफगानिस्तान पर सम्मेलन में जेहादियों की जीत हुई। वहां भारत बुरी तरह पराजित हुआ। उसकी एक न चली। उस हार के तुरत बाद पाकिस्तान से वार्ता की मेज पर आ जाने की पेशकश भारत के राजनय की दयनीय होती कहानी को ही बयां करती है।

आसियान - भारत वस्तु व्यापार समझौता

पी के दास - 2010-02-05 11:18
पूर्वी एशिया के देशों के साथ संबंध बढा़ने के उद्देश्य से भारत ने 1991 में पूर्व की ओर देखो- लुक ईस्ट नीति की घोषणा की थी । इन देशों के साथ भारत के संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है । भारत 1995 में बैंककॉक में हुए पांचवें आसियान शिखर सम्मेलन में इस संगठन का पूर्ण संवादी भागीदार (फुल डायलाग पार्टनर) बना था और उसके अगले वर्ष 1996 में आसियान क्षेत्रीय फोरम का सदस्य बना था ।

अकेले नहीं आता अकाल

अनुपम मिश्र - 2010-02-01 03:14
अकाल की पदचाप साफ सुनाई दे रही है। सारा देश चिंतित है। यह सच है कि अकाल कोई पहली बार नहीं आ रहा है लेकिन इस अकाल में ऐसा कुछ होने वाला है, जो पहले कभी नहीं हुआ। देश में सबसे सस्ती कारों का वादा पूरा किया जा चुका है। कार के साथ ऐसे अन्य यंत्र-उपकरणों के दाम भी घटे हैं, जो दस साल पहले बहुत सारे लोगों की पहुंच से दूर होते थे। इस दौर में सबसे सस्ती कारों के साथ-साथ सबसे महंगी दाल भी मिलने वाली है - यही इस अकाल की सबसे भयावह तस्वीर होगी। यह बात औद्योगिक विकास के विरुद्ध नहीं कही जा रही है। लेकिन इस महादेश के बारे में जो लोग सोच रहे हैं, उन्हें इसकी खेती, इसके पानी, अकाल, बाढ़ सबके बारे में सोचना होगा।

जापानी निवेशकों को भारत में सड़कें बनाने का न्योता

विशेष संवाददाता - 2010-01-18 16:03
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री कमलनाथ ने दुनिया में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की भागीदारी के सबसे बड़े कार्यक्रम-भारतीय राजमार्ग बुनियादी ढांचा कार्यक्रम में निवेश करने के लिए जापान के निवेशकों और ठेकेदारों को आमंत्रित किया है।

अगले 15 वर्ष में तापमान बढऩे से वैश्विक कृषि उत्पादन में 20 से 40 प्रतिशत की कमी का अनुमान

विशेष संवाददाता - 2010-01-18 12:27
नई दिल्ली: अगले 15 वर्ष में तापमान बढऩे से वैश्विक कृषि उत्पादन में 20 से 40 प्रतिशत की भारी कमी होगी। नीति निर्माता इसका हल तलाशने के लिए बीज निर्माताओं का मुंह ताक रहे हैं।
अमेरिका

ओबामा प्रशासन का एक साल

घरेलू मोर्चे पर औसत उपलब्धि
कल्याणी शंकर - 2010-01-15 11:21
अगले 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपने कार्यकाल का एक साल पूरा कर लेंगे। ओपरा विन्फ्रे के एक टीवी शो में श्री ओबामा ने कहा कि एक साल की अपनी उपलब्धियों के लिए वे अपने आपको बी प्लस ग्रेड देना चाहेंगे। पर सवाल उठता है कि अमेरिका के लोग उन्हें कौन सा ग्रेड देना चाहते हैं? वहां हुए सर्वेक्षणों में लोगों ने उन्हें उतना ऊंचा ग्रेड नहीं दिया है, हालांकि उन्हे अपने कार्यकाल के पहले ही साल में नोबेल पुरस्कार भी दिए जा चुके हैं।

भारत पाक राजनय के नये आयाम

बातचीत शुरू करने के लिए सही समय
ओ पी सभरवाल - 2010-01-14 10:14
भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत आगे नहीं बढ़ पा रही है। इस शताब्दि का दूसरा दशक शुरू हो गया है और इस दूसरे दशक में पाकिस्तान वैसा नहीं रहा जैसा पहले था। इसलिए अब भारत को भी चाहिए कि पाकिस्तान के साथ अपने राजनय में पुरानी अवधारणाओं को त्याग कर नये सिरे से पाकिस्तान से बातचीत करे। लेकिन भारत में अभी पाकिस्तान को लेकर पुरानी धारणाओं का त्याग नहीं किया जा रहा है।

ब्राजील जैसी अहमियत चाहिए सोयाबीन को

अशोक बी शर्मा - 2010-01-11 09:44
अमेरिका, ब्राजील, चीन, अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, कनाडा और इटली जैसे तमाम देशों में आम लोगों को सोयाबीन के जरिये पौष्टिक भोजन सुलभ कराने की कोशिश हो रही है लेकिन भारत में सोयाबीन की पहचान सोयामील के ही रूप में ज्यादा होती है। सोया तेल मानव उपभोग में जरूर आता है लेकिन विटामिनों से भरपूर सोयाबीन को दोयम दर्जा ही नसीब हो पाया है। यही वजह है कि भारत में अनुकूल जलवायु होने के बावजूद सोयाबीन की पैदावार को वांछित बढ़ावा नहीं मिल पाया है।

दिल्ली में जुटे हिंदुस्तान और पाकिस्तान के शांति प्रेमी

एस एन वर्मा - 2010-01-07 16:17
नई दिल्ली। मुबंई हमले के बाद से हिंदुस्तान और पाकिस्तान सरकार के बीच कायम कटू माहौल अभी तक बरकरार है। इसका खामियाजा दोनों देशों के अमन चाहने वाली जनता को भुगतना पड़ रहा है। यह संदेश देने के लिए कल से नई दिल्ली में दोनों देशों के शांति प्रेमिओं की तीन दिवसीय कान्फ्रेंस हो रही है। सम्मेलन में दोनों के देशों के बीच शांति का माहौल तैयार करने के लिए एक रोड मैप भी तैयार किया जाएगा।