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एनसीपी का वाम लोकतांत्रिक मोर्चा के साथ गठबंधन

क्या मोर्चे को लाभ होगा?
पी श्रीकुमारन - 2010-07-20 11:11
तिरुअनंतपुरमः क्या राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वाम लोकतांजिक मोर्चा में शामिल होने से मोर्चे को कोई फायदा होगा? यह आज लाख टके का सवाल है। मोर्चे के अंदर इस पर दो तरह की राय है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का मानना है कि इससे मोर्चे को फायदा होगा, जबकि मोर्चे के दो अन्य घटक कांग्रेस (एस) और आएसपी का मानना है कि इससे मोर्चे को फायदा नहीं होगा। गौरतलब है कि सीपीआई और सीपीएम ने एनसीपी को मोर्चा में शामिल करने में उत्साह दिखाया था, जबकि कांग्रेस (एस) और आरएसपी ने इसका विरोध किया था।

सीबीआई जांच के दायरे में नीतीश

बिहार की राजनीति का नया पेंच
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-07-19 11:06
अगले कुछ महीनों में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं। नीतीश कुमार दुबारा से सत्ता में आने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। 5 साल पहले उनकी सरकार बिहार की लालू विरोधी भावनाओं की उपज थी। इस बार नीतीश कुमार अपनी उपलब्धियों और अनुकूल जाति समीकरणों के बूते जीतना चाह रहे हैं, लेकिन पिछला एक महीना उनके लिए अच्छा नहीं रहा है। अब तो ट्रेजरी घोटाले में उनके खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। उच्च न्यायालय का यह फैसला उनकी राजनीति के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है, क्योंकि अपनी अच्छी छवि को ही ढाल बनाकर वे राजनीति कर रह रहे हैं।

केन्द्र को उल्फा से बातचीत करनी चाहिए

देर करने से उग्रवादी मजबूत होंगे
बरुण दास गुप्ता - 2010-07-17 11:01
कोलकाताः उल्फा समस्या के हल की जो हल्की उम्मीद पहले बनी थी, वह धीरे धीरे समाप्त होती जा रही है। शांति के लिए बातचीत अभी तक आरंभ भी नहीं हो पाई है। सरकार और उग्रवादी संगठन दोनों की दिलचस्पी एकाएक बातचीत के प्रति समाप्त हो गई लगती है। गौहाटी जेल में बंद उल्फा के नेता अब कह रहे हैं कि वे बातचीत में तबतक भाग नहीं लेंगे, जबतक उन्हें रिहा नहीं कर दिया जाता है।

आखिर चाहते क्या हैं पवार?

अपने सारे विकल्प खुला रखना चाहते हैं एनसीपी नेता
कल्याणी शंकर - 2010-07-16 10:56
शरद पवार द्वारा एकाएक प्रधानमंत्री से मिलकर अपना भार कम करने की मांग अचरज में डालने वाली है। अब सवसल यह पूछा जा रहा है कि आक्षिर वे चाहते क्या हैं? लगता है कि वे अपने सारे विकल्प खूला रखना चाहते हैं।

भारत के लिए आईएमएफ की वृद्धिदर मौजूदा आर्थिक माहौल के अनुरूप

अशोक हांडू - 2010-07-15 11:30
पिछले वित्त वर्ष में 7.4 फीसदी जीडीपी की वार्षिक वृद्धिदर के बाद इस वर्ष वार्षिक वृद्धिदर 9.5 फीसदी रहने की संभावना है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के लिए ऐसा ही अनुमान लगाया है। यह अनुमान आईएमएफ के ही अप्रैल के अनुमान 8.8फीसदी तथा भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमान 8 फीसदी तथा भारत सरकार के अनुमान 8.5 फीसदी से ज्यादा है। आईएमएफ ने इसके पीछे तर्क दिया है कि भारत में बेहतर निवेश माहौल है और सशक्त कोरपोरेट लाभ की संभावना है।
भारत: राजस्थान

लोकायुक्त के मसले पर मुश्किल में गहलौत

कांग्रेस कार्यकत्ताओं का भ्रष्ट अधिकारियों को समर्थन
अहतेशाम कुरेशी - 2010-07-15 10:48
जयपुरः मुख्यमंत्री अशोक गहलौत राज्य का पिछड़ापन दूर करने के लिए अनिवासी भारतीयों के निवेश को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं और इसी बीच उनकी पार्टी के लोग ही एक नया विवाद खड़ा कर रहे हैं, जिसके कारण राज्य के निवेश माहौल पर सवाल खड़ा हो रहा है।
साक्षात्कार : रघुवीर यादव

मैं जन्म से किसान हूं

विनोद विप्लव - 2010-07-15 10:16
किसानों की आत्महत्या एवं महंगाई को लेकर बनी फिल्म पिपली लाइव हालांकि अगले महीने रिलीज हो रही है लेकिन यह फिल्म अभी भी चर्चा एवं उत्सकुता का केन्द्र बनी हुयी है। इस फिल्म में किसान की भूमिका करने वाले रघुवीर यादव से बातचीत का अंश पेश है, जिन्होंने खास तरह के अभिनय के बल पर अपनी अलग पहचान बनायी है।

बिहार में कांग्रेस की हालत अभी भी दयनीय

बिगड़ गया है लोकसभा चुनाव के बाद बना माहौल
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-07-14 09:56
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सीटों के लिहाज से कोई खास सफलता नहीं मिली थी, लेकिन उसके मतप्रतिशत में काफी इजाफा हुआ था। मुसलमान कांग्रेस के साथ जुड़ते दिखाई दे रहे थे और अगड़ी जातियों का भी कांग्रेस की ओर रुझान बन रहा था। लगने लगा था कि विधानसभा का आमचुनाव आते आते कांग्रेस की स्थिति काफी सुधर जाएगी और उत्तर प्रदेश की तरह ही वह बिहार में भी फिर से एक मजबूत ताकत बन जाएगी।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का नए अघ्यक्ष की तलाश

रीता बहुगुणा भी पद की दौड़ में शामिल
प्रदीप कपूर - 2010-07-13 09:52
लखनऊः कांग्रेस प्रदेश में अपने लिए नए अध्यक्ष की तलाश कर रही है। 2012 में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर नए अध्यक्ष का चुनाव काफी मायने रखता है। पार्टी के अंदर चुनाव की प्रक्रिया जारी है। आगामी 22 जुलाई तक नए अध्यक्ष की घोषणा हो जानी है। 26 जुलाई तक प्रदेश से अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्यों का नामांकन भी हो जाना है।
भारत

पिछले दरवाजे से संसद में आए लोकप्रिय नेता

विजय कुमार मधु - 2010-07-12 13:09
भारतीय राजनीति की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में जो दौर चल है उसमें नेताओं की उठा-पटक व सोच केवल को ही पर्दाफाश हो रहा है। ताकत एवं पैसे के बल पर पिछले दरवाजे से संसद में प्रवेश कर रहे लोकप्रिय नेता की इस बात से अनभिज्ञता नहीं है िक व ेअब जनता में उतने लोकप्रिय नहीं रहे जितने पहले थे। लोकसभा में चुनावों में उन्हें आम जनता ने नकार दिया था तो तभी वे पिछले दरवाजे का रास्ता खोजकर संसद में प्रवेश कर गए।