भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रीय आंदोलन
केन्द्र सरकार के पास बचा है एक ही रास्ता
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2011-08-20 08:46
अन्ना के नेतृत्व में चल रहा भ्रष्टाचार के खिलाफ यह राष्ट्रीय आंदेालन आजाद भारत का सबसे बड़ा आंदोलन है। केन्द्र सरकार को इस बात को लेकर खुश होना चाहिए कि यह एक अहिंसक और गांधीवादी आंदोलन है, क्योंकि भ्रष्टाचार के खिलाफ हुए ट्यूनिशिया तथा कुछ अन्य देशों के आंदोलन बहुत हिंसक हो गए थे। लीबिया में तो गृहयुद्ध चल रहा है। सीरिया में भी स्थिति लगभग उतनी ही विस्फोटक है। मिश्र में तो तख्तापलट ही हो चुका है। ट्यूनिशिया में भी सरकार का पतन हो गया है। उन देशों में भी सत्ता बदलने वाले वे आंदोलन मूल रूप से भ्रष्टाचार के ही खिलाफ हुए थे। अभी भी अरब के कुछ अन्य देशों में भी इस तरह के आंदोलन चल रहे हैं और उन देश की सत्ता के सामने अस्तित्व का खतरा पैदा हो गया है।