राष्ट्रीय सहमति बनी है पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ
पर सांप्रदायिक राजनीति से लड़ते हुए लोकतंत्र के लिए संघर्ष जरूरी
2025-05-24 11:10
-
इस तथ्य के बावजूद कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम में बैसरन घाटी में हुई भीषण हत्याओं पर भारत की संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए संसद में बुलाई गयी दो सर्वदलीय बैठकों से स्वयं को दूर रखने का फैसला किया, जिसका असली कारण तो केवल उन्हें ही पता है, पर इन बैठकों में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया। सभी उपस्थित दलों के नेताओं ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जो कि संबंधित संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा नामित एक आतंकवादी संगठन है, से जुड़े आतंकवादियों द्वारा की गयी आतंकी हत्याओं की स्पष्ट रूप से निंदा की। उन्होंने प्रतिक्रिया में उचित कदम उठाने में सरकार को अपना समर्थन भी दिया। युद्ध विराम की घोषणा तक यह आम सहमति बनी रही। सभी पक्षों ने सैन्य मुठभेड़ समाप्त होने तक कोई भी सवाल उठाने से परहेज किया।