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भारत में यूनिवर्सल बेसिक इनकम को लागू करने की स्थिति बन गई है

जिनके पास कुछ भी नहीं है, उनकी सहायता की जरूरत है
मोइन काजी - 2021-03-30 11:21 UTC
महामारी ने दुनिया भर में अभूतपूर्व संकट पैदा किए हैं। इसने उन लोगों पर बड़ा जुर्म ढाहा है, जो पहले से ही सबसे कमजोर थे। कम आय वाले परिवारों और छोटे व्यवसायियों के बीच कठिनाई और बेचैनी बढ़ी है। महामारी ने विषमताओं को और भी बढ़ा दिया है।

अब कांग्रेस पंचायत चुनाव और बुनकर यात्रा की तैयारी कर रही है

प्रियंका गांधी सभी वंचित जातियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है
प्रदीप कपूर - 2021-03-27 12:15 UTC
लखनऊः निषाद समाज के पिछड़े समुदाय तक पहुंचने के लिए नदी अधिकार यात्रा की सफलता से उत्साहित प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में लाखों बुनकरों को लुभाने के लिए बुनकर अधिकार यात्रा निकालने की योजना बना रही है। यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी ने राज्य कांग्रेस को पिछड़े निषाद समुदाय के लिए जल यात्रा निकालने का निर्देश दिया, जो पुलिस अत्याचारों के शिकार थे।
वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट-2021

पिछडे़ और आपदाग्रस्त देश भी भारत के मुकाबले ज्यादा खुशहाल क्यों?

अनिल जैन - 2021-03-26 10:51 UTC
भारत में पहले से ही ढहती अर्थव्यवस्था और उसके चलते बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और खेती की बर्बादी जैसी आम आदमी की तमाम दुश्वारियों के बीच कोरोना के खौफ, बीमार स्वास्थ्य सेवाएं, लोगों की मौतें, लॉकडाउन, औद्योगिक शहरों से बडे पैमाने पर प्रवासी कामगारों के दर्दनाक विस्थापन, वर्क फ्राम होम और ऑन लाइन शैक्षणिक गतिविधियों ने बीते एक साल के दौरान कोढ में खाज जैसे हालात बना दिए हैं। इसकी स्पष्ट झलक ‘वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट’ में भी देखी जा सकती है, जिसमें दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची में भारत का मुकाम दुनिया के तमाम विकसित और विकासशील देशों से ही नहीं बल्कि पाकिस्तान समेत तमाम छोटे-छोटे पड़ोसी देशों और युद्ध से त्रस्त फिलिस्तीन से भी पीछे है।

त्रिपुरा में जनजातीय परिषद के चुनाव में शांति को खतरा

अलग टिपरालैंड की मांग जोर पकड़ रही है
सागरनील सिन्हा - 2021-03-25 10:09 UTC
इस वर्ष के त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद का आम चुनाव पिछले चुनावों से काफी अलग हैं। अतीत के विपरीत, इस बार के चुनाव राज्य में सभी प्रमुख दलों के साथ होने वाले बहुस्तरीय मुकाबले हैं जो निर्णायक आदिवासी निकाय चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में कूद रहे हैं।

कोरोना की दूसरी लहर

टीकाकरण की रणनीति बदलनी होगी
उपेन्द्र प्रसाद - 2021-03-24 12:02 UTC
भारत कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है। यदि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात की जाय, तो यहां कोरोना की चौथी लहर चल रही है। यह लहर देश में उस समय शुरू हुई, जब जनवरी के मध्य में टीकाकरण की शुरुआत की गई। उस समय देश में प्रति दिन कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे लोगों की संख्या 10 हजार से भी कम हो गई थी। दिल्ली में तो यह प्रतिदिन सौ-सवा सौ के बीच थी। लेकिन अब प्रतिदिन कोरोना का संक्रमण 50 हजार के पास पहुंचने वाला है और दिल्ली में यह आंकड़ा प्रतिदिन 11 सौ के पार हो चुका है।

शिवराज सिंह चौहान सरकार के एक साल

कमाल नाथ कहते हैं इसे लोकतंत्र की हत्या का काल
एल एस हरदेनिया - 2021-03-23 10:42 UTC
भोपालः भाजपा और कांग्रेस दोनों ने कमलनाथ सरकार के पतन के एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए।

महामारी काल में सुप्रीम कोर्ट में हाइब्रिड सुनवाई के बड़े फायदे दिखे

इससे मामलों को तेज गति से निबटाने में मदद मिली
शैलेश गांधी - 2021-03-22 09:40 UTC
कोवि़ड महामारी ने दुनिया में तबाही ला दी है। लोगों ने अलग-अलग तरीकों से जवाब दिया है और अनुकूलन और जीवित रहने की अपनी मजबूत क्षमता दिखाई है। भारतीय न्यायिक प्रणाली ने इस संबंध में मिश्रित उपलब्धियों को दिखाया है।

असम चुनाव में पहचान का मसला सबसे अहम

कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन अंत में अपने को बीजेपी से मजबूत पा रही है
सागरनील सिन्हा - 2021-03-20 10:48 UTC
पहचान ने हमेशा असम की राजनीति में एक भूमिका निभाई है। यह चुनाव अलग नहीं है। वास्तव में, 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के लंबित अपडेशन को पूरा करने के पहचान की राजनीति प्रदेश में केन्द्रीय भूमिका में आ गई। 1985 में केंद्र में प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अगुवाई वाले असम के ऐतिहासिक ऐतिहासिक समझौते के आधार पर राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर बनाने का वह आदेश आया था। असम आंदोलन से जुड़े सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में राज्य की भाजपा सरकार ने लंबे समय से लंबित अपडेशन की बहुत जटिल प्रक्रिया को तेज करने के लिए कदम उठाए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा निगरानी वाला अपडेशन, जिसने न केवल राज्य भर में, बल्कि पूरे देश में कई विवादों को जन्म दिया, आखिरकार 2019 में पूरा हो गया - हालांकि भाजपा और कांग्रेस सहित असमिया समूहों और राजनीतिक दलों के अधिकांश लोगों को संतुष्ट करने में यह विफल रहा।

वैक्सीन की विश्वसनीयता पर सवाल और सरकार की रहस्यमय चुप्पी

टीकाकरण अभियान को इवेंट बनाकर पेश करने के दुष्परिणाम
अनिल जैन - 2021-03-19 11:21 UTC
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को काबू में करने के टीकाकरण अभियान को शुरू हुए दो महीने पूरे हो चुके हैं। लेकिन कोरोना के टीके पर लोगों का भरोसा अभी भी नहीं बन पाया है। इसी वजह से लोगों में टीका लगवाने को लेकर कोई उत्साह नहीं है। हालांकि लोगों की आशंकाओं को दूर करने के लिए कोरोना की श्नई लहर’ के प्रचार के बीच प्रधानमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी कोरोना का टीका लगवा चुके हैं और सरकार ने टीकाकरण को अभियान को अपने नियंत्रण से मुक्त करते हुए उसमें निजी क्षेत्र को भी शामिल कर लिया है। इस सबके बावजूद टीकाकरण अभियान में अपेक्षित तेजी नहीं आ सकी है।

समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी

अखिलेश राष्ट्रीय लोकदल वह अन्य छोटे दलों से बात कर रहे हैं
प्रदीप कपूर - 2021-03-18 11:20 UTC
लखनऊः अतिसक्रिय प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस से खतरे को महसूस करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसी भी राष्ट्रीय पार्टी के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है। कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा कि यह भाजपा का अनुसरण कर रही है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस के अब प्रखर आलोचक बन गए हैं और इसकी आलोचना करने का कोई अवसर नहीं छोड़ते हैं।