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प्रश्नकाल की अवहेलना

यह तो प्रजातंत्र के मूल की अवहेलना करना है
एल. एस. हरदेनिया - 2020-09-07 09:47 UTC
प्रश्नोत्तर काल संसदीय व्यवस्था की आत्मा होता है। प्रश्न पूछकर, सांसद या विधायक सच पूछा जाए तो, सरकार की मदद करते हैं।

असम में होंगे अब सरकारी मदरसे बंद

मुस्लिम समूहों में मची है खलबली
आशीष विश्वास - 2020-09-05 16:15 UTC
नवंबर महीने में असम में सरकारी सहायता प्राप्त मदरसे और संस्कृत विद्यालय (टोल) अब पहले की तरह काम नहीं करेंगे। राज्य के शिक्षा मंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि नियमित, सामान्य स्कूलों में उनका प्रस्तावित रूपांतरण शुरू हो जाएगा। कुछ दिनों पहले उनकी घोषणा से अल्पसंख्यक संगठनों के विरोध का एक नया दौर शुरू हो गया है। कुछ अल्पसंख्यक नेताओं ने फैसले को लागू करने से भारतीय जनता पार्टी द्वारा संचालित राज्य सरकार को रोकने के लिए कानूनी कदम की चेतावनी दी।

बढ़ते आर्थिक संकट के लिए मोदी की नीतियां जिम्मेदार

विपक्ष को एक होकर अभियान चलाना होगा
डी राजा - 2020-09-04 09:37 UTC
राजनीति और अर्थशास्त्र को अलग नहीं किया जा सकता है। राजनीति अर्थशास्त्र की केंद्रित अभिव्यक्ति है। आरएसएस-भाजपा गठबंधन की राजनीति वर्तमान अर्थव्यवस्था के संकट के लिए जिम्मेदार है, जीडीपी की अभूतपूर्व गिरावट (-23.9 प्रतिशत) और भारत के मेहनतकश लोगों की भारी तबाही का संकेत है।

आंदोलनरत आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं को विपक्षी नेताओं का समर्थन

राज्य सीपीएम सचिव ने मुख्यमंत्री से उनकी मांग को अविलंब देखने को कहा
प्रदीप कपूर - 2020-09-03 11:25 UTC
लखनऊः उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं ने कोरोना वायरस कोविद -19 के जोखिम के मद्देनजर आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और बेहतर वेतन और स्वास्थ्य बीमा और निजी गियर के लिए संघर्ष करने वाले सहायकों का मुद्दा उठाया है।
डॉ राधाकृष्णन के जन्मदिवस (शिक्षक दिवस- 5 सितंबर) पर विशेष

बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे राधाकृष्णन

डनकी जन्मतिथि को क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस
एल एस हरदेनिया - 2020-09-02 10:26 UTC
यह हमारे देश का सौभाग्य है कि हमारे देश के दो राष्ट्रपति ऐसे व्यक्ति बने जो महान शिक्षाविद् थे। ये दो महान व्यक्ति थे डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ जाकिर हुसैन। राष्ट्रपति बनने के पहले डॉ० राधाकृष्णन लगातार दो बार उपराष्ट्रपति बने। उपराष्ट्रपति होने के नाते वे राज्यसभा के सभापति भी रहे। संविधान के अनुसार उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति भी होता है। राज्यसभा के सभापति का उनका कार्यकाल संसदीय इतिहास का स्वर्णकाल है।

सुशांत की मौत का मामला

सबकुछ अब आइने की तरह साफ हो गया है
उपेन्द्र प्रसाद - 2020-09-01 16:06 UTC
यह देश का दुर्भाग्य है कि एक व्यक्ति की मौत को मीडिया और सरकार जरूरत से ज्यादा महत्व दे रही है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत निश्चय ही हृदय विदारक थी और इससे किसी को भी दुख हो सकता है। लेकिन पहले बात यह सामने आई कि सुशांत के साथ फिल्म उद्योग नाइंसाफी कर रहा था और उसे बाहरी कहकर उसे दी गई फिल्में भी वापस ली जा रही थीं। इसलिए अवसाद में आकर उसने आत्महत्या कर ली। फिर फिल्म जगत में हो रहे भाई भतीजावाद की चीरफाड़ होने लगी और भाई भतीजावाद करने वाले रक्षात्मक मुद्रा में चले गए। सुशांत की मौत ने इस उद्योग की खामियों को सामने लाकर उसमें सुधार करने का एक मौका भी दिया था।

हर स्थिति में गांधी परिवार ही कांग्रेस का नियामक रहेगा

कांग्रेस पार्टी अपने इतिहास के सबसे दारुण दौर से गुजर रही है
अनिल जैन - 2020-08-31 09:56 UTC
देश की सबसे पुरानी और सबसे ज्यादा समय तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस पार्टी इस समय अपने इतिहास के सबसे दारुण दौर से गुजर रही है। केंद्र सहित कई राज्यों में वह सत्ता से तो बाहर है ही, कुछ राज्यों में तो वह मुख्य विपक्षी दल की हैसियत भी गंवा चुकी है। जिन कुछ राज्यों में वह सत्ता में है, वहां भी उसे जबर्दस्त अंतर्कलह और बगावत का सामना करना पड रहा है। कई नेता पार्टी छोडकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं तो कई जाने के लिए तैयार बैठे हैं। पार्टी पिछले छह सालों से विपक्ष में है लेकिन वह मैदानी तौर पर वह विपक्ष की भूमिका में कहीं दिखाई नहीं देती। इस सबकी अहम वजह है कि पार्टी के समक्ष नेतृत्व का गंभीर संकट।

मध्यप्रदेश में 27 सीटों पर घमसान

ज्योतिरादित्य अपने आधार की रक्षा में जुटे हुए हैं
एल एस हरदेनिया - 2020-08-29 16:54 UTC
भोपालः मध्य प्रदेश का ग्वालियर-चंबल क्षेत्र कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए कुरुक्षेत्र बन गया है। कुछ ही समय में 27 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने वाले हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुयायियों सहित कांग्रेस के विधायकों द्वारा इस्तीफा देने के कारणे सभी निर्वाचन क्षेत्र खाली हो गए हैं। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को सिंधिया वंश का मजबूत आधार माना जाता है।

भारत-बंगलादेश के बीच माल की ढुलाई एक बड़ी घटना

आर्थिक संबंधों को बढ़ाने की बड़ी संभावनाएं
आशीष विश्वास - 2020-08-28 10:29 UTC
इस बात पर कोई सवाल नहीं किया जा सकता है कि भारत और बांग्लादेश के बीच 2 सितंबर का अंतर्देशीय जल कार्गो सेवा के शुभारंभ का लंबे समय से इंतजार हो रहा है। अच्छी खबर यह है कि भारतीय पोत एमवी प्रीमियर गोमती नदी के किनारे कोमिला, बांग्लादेश के सोनमुरा, त्रिपुरा में दाउदकंडी से 50 टन सीमेंट के माल के साथ जाने के लिए तैयार है। मार्ग के साथ बांग्लादेश में बिबिरबाजार बंदरगाह की सुविधाओं का उपयोग भी किया जाएगा।

सोनिया परिवार ही है कांग्रेस की समस्या

परिवार की गिरफ्त से बाहर नहीं निकला, तो कांग्रेस का अंत सुनिश्चित है
उपेन्द्र प्रसाद - 2020-08-27 11:28 UTC
कांग्रेस के 23 वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिखी गई चिट्ठी के बाद संगठन के अंदर जो प्रतिक्रिया हो रही है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए यह बहुत बड़ा अपशकुन है। जिन नेताओं ने पार्टी को मजबूत बनाने के ध्येय से पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष को पत्र लिखा, उन्हें ही पार्टी विरोधी करार दिया जा रहा है और यह काम वे लोग कर रहे हैं जो खुद मानसिक दासता से ग्रस्त होकर सोनिया, राहुल और प्रियंका के अलावा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर किसी और को नहीं देखना चाहते।