स्वतंत्रता दिवस आ रहा है
लेकिन हमारी स्वतंत्रता हमसे छिनती जा रही है
2021-08-09 10:26
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भारत एक ऐसा देश है, जो सारी जनता को अपने में समेटे हुए है बावजूद जाति, संप्रदाय और अन्य विभिन्नताओं के। सभी यहां एक हैं और इस एकता के साथ ही वे महाशक्तिमान ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ते रहे और गुलामी से आजाद हुए। पूर्ण स्वाधीनता की मांग कांग्रेस के अहमदाबाद सत्र में 1921 में कॉमरेड हसरत मोहानी द्वारा उठायी गयी थी जो 1925 में कम्युनिस्ट पार्टी बन जाने के बाद उसके नेतृत्व के नेताओं में से एक थे। कांग्रेस ने स्वयं इस मांग को 1929 के दिसंबर 19 को लाहौर सत्र में उठाया। यह इर्विन पैक्ट द्वारा दिये गए डॉमिनियन स्टेटस के विरू( था, और यहां से आजादी का आंदोलन अधिक तीव्रता से शुरू हो गया।