सही कह रहे हैं ए के एंटोनी
उपेन्द्र प्रसाद
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2014-07-05 10:35
लोकसभा में मिली अप्रत्याशित हार के बाद कांग्रेस में आत्ममंथन का दौर शुरू हो गया है, हालांकि यह औरचारिक रूप से नहीं हो रहा है। कांग्रेस के नेता आपस में इस पर चर्चा करते हैं। दूसरों से भी चर्चा करते हैं और कभी कभी अपने विचारों को सार्वजनिक भी कर डालते हैं। हार के बाद राहुल गांधी पर दबे स्वर में हमले होने लगे थे, लेकिन वे हमले जूनियर नेता कर रहे थे। कांग्रेस की परंपरा के अनुरूप वे बाद में लीपापोती भी करने लगते थे। पर कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने जो सार्वजनिक बयान दे डाले हैं, उनसे पता चलता है कि कांग्रेस की नीतियों को ही नहीं, बल्कि उसके नेतृत्व को भी चुनौती मिलने लगी है। पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटोनी ने कांग्रेसी ब्रांड के सेकुलरिज्म को पार्टी की हार के लिए एक बड़ा कारण बता दिया। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों से संबंधित कांग्रेस की जो नीति रही है, उससे अब देश का एक बड़ा वर्ग इत्तफाक नहीं रखता।