चन्द्रबाबू नायडू के सामने एक बड़ी चुनौती
कल्याणी शंकर
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2014-06-14 05:25
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू एक मायने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रोटोटाइप हैं। जब वे आंध्र प्रदेश के पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तो वे विकास, इन्फाॅर्मेशन टेक्नालाॅजी, ई-गवर्नेंस और विदेशी निवेश की बात करते थे और काॅर्पोरेट के सीईओ की शैली में अपनी सरकार चलाते थे। वे जब तक मुख्यमंत्री रहे, तबतक उसी शैली में काम करते रहे और आधुनिकीकरण के लिए लगातार प्रयत्नशील रहे। हैदराबाद को उन्होंने अपनी उपलब्धियों का ब्रांड नाम बना दिया। जिस तरह से उन्होंने पिछले सप्ताह रविवार को विजयवाड़ा में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, उससे साफ होता है कि एक शोमैन के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कम नहीं हैं। वे 2004 के विधानसभा चुनाव में इसलिए विफल हो गए थे, क्योंकि उन्होंने हैदराबाद से बाहर आंध्रप्रदेश की अच्छी सुध नहीं ली थी। खासकर गांवों और किसानों की उन्होंने उपेक्षा कर दी थी। यही कारण है कि इस बार उन्होंने शपथ ग्रहण करने के बाद पहला काम किसानों को फायदा पहुंचाने वाला किया। उन्होंने मुख्यमंत्री बनते के साथ ही किसानों के 56000 करोड़ रुपये के कर्ज को माफ कर दिया।