Loading...
 
Skip to main content

View Articles

राजनीतिक हिचकोलों का साक्षात्कार

अवधेश कुमार - 2012-12-15 11:29
बहुब्राण्डीय खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश पर दोनों सदनों में हुई बहस एवं मतदान का प्रसंग अब व्यापक चर्चा में नहीं है, लेकिन उसकी राजनीतिक प्रतिध्वनि आने वाले लंबे समय तक गूंजती रहेगी। इसलिए इसके राजनीतिक निहिताथों पर गहराई से विचार करना आवश्यक है।

क्या राहुल कांग्रेस को बचा पाएंगे?

इसका जवाब अभी आसान नहीं
कल्याणी शंकर - 2012-12-14 11:02
सभी राजनैतिक दलों ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए किलेबंदी करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस तो बार बार कह रही थी कि आगामी लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। लेकिन अब पहली बार कांग्रेस ने यह कहा है आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व राहुल गांधी ही करेंगे। उनकी मां सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष के रूप में उनके संरक्षक की भूमिका निभाएंगी।

मोदी ब्रिगेड में शामिल हुआ बच्चन परिवार

अमिताभ बच्चन का एक दयनीय चेहरा आया सामने
आंग्शुकांता चक्रबर्ती - 2012-12-13 11:38
एक साथ एक से ज्यादा राजनैतिक संबंध बनाने की कला कोई अमिताभ बच्चन से सीखे। आज उनका परिवार एक साथ ही एक दूसरे की परस्पर विरोधी पार्टियों के साथ मांच पर दिख रहा है और उसके बाद भी वह बहुत ही प्रसन्न है। गुजरात में हो रहे विधानसभा चुनाव में अमिताभ बच्चन की बहु ऐश्वर्या राय बच्चन ने नरेन्द्र मोदी के चुनावी ब्रिगेड में अपने को शामिल कर लिया है और मोदी के ’’ भव्य और दिव्य’’ गुजरात का गुणगान करने में वह व्यस्त हैं। वह बताती हैं कि नरेन्द्र मोदी का गुजरात उनको बिलकुल अपने घर जैसा ही लगता है।

किराना में विदेशी निवेश की अड़चनें

खराब निवेश माहौल में कैसे आएंगी विदेशी कंपनियां?
उपेन्द्र प्रसाद - 2012-12-12 11:44
किराना सेक्टर में विदेशी निवेश के लिए सरकारी अधिसूचना जारी होने के बाद इसे लोकसभा और राज्यसभा का विश्वासमत भी हासिल हो चुका है। अब सवाल उठता है कि क्या वालमार्ट, टेस्को और केरफोर जैसी बड़ी रीटेल कंपनियां भारत में अपनी दुकानें खोलने के लिए कूद पड़ेंगी और क्या हमारे देश के खुदरा दुकानदार, जिनकी संख्या करीब 4 करोड़ मानी जा रही है, बेरोजगारी का शिकार होने लगेंगे?

गुजरात में मोदी बनाम अन्य की लड़ाई

नतीजे तय करेंगे कि मोदी प्रधानमंत्री बन सकते हैं या नहीं
एल एस हरदेनिया - 2012-12-11 10:21
अपने 5 दिनों के गुरात दौरे के दौरान मैंने समाज के अनेक वर्गों के लोगों से बातें कीं। शिक्षक, डॉक्टर, व्यापारी, दुकानदार, ड्राइवर, सरकारी कर्मचारी, पत्रकार तथा अन्य अनेक पेशों में लगे लोगों से बात करते हुए गुजरात विधानसभा के हो रहे चुनाव का जायजा लेने की कोशिश की।

अर्थशास्त्र ने नहीं, बल्कि राजनीति ने कांग्रेस को बचाया

कमलनाथ ने निभाई मुख्य भूमिका
हरिहर स्वरूप - 2012-12-10 11:17
राजनीति इस मामले में विचित्र है कि यह एक दूसरे के विरोधियों को भी एक साथ ला खड़ा करती है। जब विदेशी किराना के मसले पर संसद के सदनों में बहस चल रही थी, तो यही देखने को मिला। वाम दल और भारतीय जनता पार्टी एक दूसरे के कट्टर विरोधी हैं, लेकिन इस मसले पर दोनों एक साथ थे। ममता बनर्जी अपने धुर विरोधी वामपंथी दलों के नेताओं को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही थीं। दूसरी तरफ एक दूसरे को देखना भी नहीं पसंद करने वाले मायावती और मुलायम एक मंच पर खड़े दिखाई दे रहे थे।

मोदी अभी भी भाजपा के लिए कांटा

मीडिया कर रहा है प्रधानमंत्री पद पर मोदी का प्रचार
कल्याणी शंकर - 2012-12-07 11:52
गोधरा में 2002 के हुए दंगों के 12 साल से भी ज्यादा हो गए हैं और इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत लंबी यात्रा कर चुके हैं। अब उन्हें भाजपा के प्रधानमंत्री दावेदार के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। धर्मनिरपेक्षवादियों की ओर से हालांकि उन्हें अभी भी निशाना बनाया जा रहा है और आरएसएस व उसके समर्थक अभी भी नरेन्द्र मोदी को अपना पोस्टर ब्वाय मानते हैं। नरेन्द्र मोदी अपने मतदाताओं का ही ध्रुवीकरण नहीं करते, बल्कि उनके कारण पूरी राजनीति और पूरे देश का ही ध्रुवीकरण होने लगता है। जो उनके प्रशंसक हैं, उन्हें काफी प्यार करते हैं और जो उनके आलोचक हैं, उनसे काफी नफरत करते हैं।

भारत में विदेशी किराना के लिए कांग्रेस के साथ मायावती और मुलायम भी जिम्मेदार

जातिवादी राजनीति के खतरनाक नतीजे
उपेन्द्र प्रसाद - 2012-12-06 11:48
लोकसभा में किराना में विदेशी निवेश के मसले पर यदि सरकार की तकनीकी जीत हुई है, तो इसका कारण मुलायम सिंह यादव और मायावती की पार्टियों द्वारा मतदान का बहिष्कार है। विदेशी किराना का विरोध करने के बावजूद दोनों पार्टियों ने मतदान में भाग नहीं लेने का जो तर्क दिया, वह हास्यास्पद है। उनका कहना है कि वे भाजपा के साथ मतदान नहीं कर सकते, इसलिए वे मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं। कोई उनसे पूछे कि क्या वे भाजपा के लोगों के साथ राष्ट्रीय झंडे को सलामी नहीं दे सकते अथवा क्या वे भाजपा के साथ राष्ट्रगान में शामिल नहीं हो सकते?

मुंबई के गॉडफादर की स्मृति में

जब अंध श्रद्धा राजनीति के ऊपर हावी हो
अमूल्य गांगुली - 2012-12-06 06:14
शिवसेना के एक नेता का यह कहना कि मुंबई के शिवाजी पार्क के जिस स्थान पर बाल ठाकरे की अंत्येष्टि हुई थी, वह स्मारक नहीं, बल्कि एक मंदिर बन चुका है और उनकी पार्टी किसी की यह बात मानने को तैयार नहीं होगी कि उसे वहां से हटा दिया जाय। पार्टी न तो सरकार के आदेश का अमल करेगी और न ही अदालती आदेश का। उस नेता का यह कथन राम जन्म भूमि मंदिर के लिए चल रहे आंदोलन की याद दिला देता है। उस समय भाजपा कहती थी कि राम जन्मभूमि हिंदुओं की आस्था का सवाल है और मंदिर उसी जगह बनेगा। उसका कहना था कि वह अदालती प्रक्रिया का मसला नहीं हो सकता है क्योकि हिंदू मानते हैं कि राम वहीं पैदा हुए थे।

भोपाल गैस पीडि़तों की उपेक्षा जारी

जहरीले कचड़े अभी भी अपनी सफाई के इंतजार में
एल एस हरदेनिया - 2012-12-04 12:19
भोपालः पिछले 3 दिसंबर को भोपाल ने गैस त्रासदी के मातम का 28वां साल मनाया। पिछले दो सालों के दौरान गैस पीडि़त लोगों को उम्मीद जगी थीं, लेकिन जगने के साथ ही उन उम्मीदों पर पानी भी फिर गया।