मनमोहन सिंह को लेने होगे ठोस निर्णय
उपेन्द्र प्रसाद
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2010-12-03 15:11
केन्द्र की जो आज राजनैतिक स्थिति है, उसकी अतीत में कोई मिशाल ढूंढ़ने से भी नहीं मिलती। पिछले दो सप्ताह से संसद चल नहीं रही है। संसद को विपक्ष चलने नहीं दे रहा है। उसके चलाने की मुख्य जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की है। यदि वह भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए जीपीसी के गठन की मांग को मान ले, तो संसद में चल रहा गतिरोध समाप्त हो जाएगा, लेकिन केन्द्र की सरकार विपक्ष की वह मांग मानने के लिए तैयार नहीं है, भले संसद चले या न चले। और इस क्रम में सरकार की प्रतिष्ठा को कितना आघात लग रहा है, उसकी चिंता शायद केन्द्र सरकार में शामिल लोगों और दलों को नहीं है।