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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट: टेकॉम का झुकने से इनकार

पी श्रीकुमारन - 2010-11-22 15:46
तिरुअनंतपुरमः स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दुबई स्थित कंपनी टेकॉम ने सरकार के सामने झुकने से इनकार कर दिया है। उसके द्वारा सरकार की नोटिस को नजरअंदाज किए जाने के बाद गंेद एक बार फिर राज्य की सरकार के पाले में आ गई है।

भ्रष्टाचार का मामला: जेपीसी से डर क्यों?

उपेन्द्र प्रसाद - 2010-11-21 18:34
कांग्रेस नेतृत्व और मनमोहन सिंह सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले सामने आने पर पिछले कुछ दिनों में तीन बड़े निर्णय लिए। सबसे बड़ा निर्णय तो ए राजा को सरकार से बाहर का रास्ता दिखाना था। वह निर्णय सबसे बड़ा था, क्योंकि राजा के पीछे तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करुणानिधि चट्टान की तरह खड़े थे और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को डीएके की समर्थन वापसी का खतरा भी सता रहा था।

गर्म हो रही है उत्तर प्रदेश की राजनीति

2012 के चुनाव के लिए तैयार हो रही हैं पार्टियां
प्रदीप कपूर - 2010-11-19 15:25
लखनऊः उत्तर प्रदेश का राजनैतिक माहौल गर्म होने लगा है। सभी राजनैतिक पार्टियां आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी में अभी से लग गई हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी कार्यकर्त्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बसपा 2012 की विधान सभा के चुनाव अपे बूते लड़ेगी और किसी भी पार्टी से किसी प्रकार का तालमेल नहीं करेगी। उन्होंने अपने कार्यकर्त्ताओं को अभी से चुनाव के लिए तैयार हो जाने को कहा।

तमिलनाडु में कांग्रेस अपना उभार चाहती है

आने वाले दिन करुणानिधि के लिए कठिन होंगे
कल्याणी शंकर - 2010-11-18 17:25
सारे संकेत बताते हैं कि कांग्रेस अब तमिलनाडु में अपने आपको फिर से मजबूत करने की रणनीति बना रही है, ताकि वह वहां किसी पार्टी की पिछलग्गू की भूमिका में नहीं रहे। 1960 के दशक में वहां उसके हाथ से सत्ता निकल गई थी, जो दुबारा उसे कभी नहीं मिली हैं। अब वह फिर से राज्य की सत्ता में वापस होना चाहती है।

बिहार विधानसभा चुनाव : जोर नहीं है पंजे में

उपेन्द्र प्रसाद - 2010-11-17 17:16
विधानसभा के चुनाव परिणाम आने के पहले ही बिहार को लेकर कांग्रेस नेताओं में जो हताशा का माहौल बन रहा है, वह अप्रत्याशित नहीं है। लोकसभा चुनाव के बाद बिहार को लेकर जो कांग्रेस में उत्साह आया था, वह तो कब का गायब हो चुका है। दरअसल वह उत्साह बिहार के चुनाव परिणामों के कारण आया भी नहीं था। उत्तर प्रदेश में बेहतर नतीजा आने के कारण कांग्रेस के केन्द्रीय नेता बिहार को लेकर भी आशान्वित हो गए थे। बिहार के स्थानीय नेताओं को भी लगा था कि वहां भी उत्तर प्रदेश को दुहराया जा सकता है।

सुखबीर बादल के हाथ में कमान संभालने का मामला

अकाली दल की गुटबाजी से विलंब हो रहा है
बी के चम - 2010-11-16 15:16
चंडीगढ़ः प्रकाश सिंह बादल सरकार के 4 साल पूरे होने को हैं। एक साल के बाद पंजाब में विधानसभा का आमचुनाव होगा। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल सिंह बादल उसके पहले अपनी कुर्सी पर अपने बेटे को बैठा देखना चाहेंगे, पर सुखबीर सिंह बादल के मुख्यमंत्री बनने का दिन लगातार आगे सरकता जा रहा है।

राजा का इस्तीफा - करुणानिधि के पास कोई विकल्प ही नहीं था

उपेन्द्र प्रसाद - 2010-11-14 16:52
केन्द्रीय संचार मंत्री ए राजा का आखिरकार अपने पद से इस्तीफा देना ही पड़ा। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के प्रवक्ता जिस तरह से बयान दे रहे थे, उससे साफ जाहिर हो रहा था कि ए राजा का सरकार में बने रहना असभंव है। पहले तो कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा था कि यदि श्री राजा कांग्रेस के होते तो पार्टी उनसे इस्तीफा ले लेती, पर चूंकि वे एमडीएमके के हैं, इसलिए पार्टी उनको इस्तीफा देने का निर्देश नहीं दे सकती।

उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न की राजनीति

मायावती के साथ पुनिया का टकराव
प्रदीप कपूर - 2010-11-13 18:43
लखनऊः राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया द्वारा उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ दलित उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चाबंदी को राज्य की राजनीति में बहुत महत्व मिल रहा है। श्री पुनिया का आरोप है कि राज्य में दलितों पर उत्पीड़न बढ़ा है और प्रशासन उनके उत्पीड़न को नजरअंदाज कर रहा है।

ओबामा की यात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है

भारत को इसका फायदा उठाना चाहिए
कल्याणी शंकर - 2010-11-12 18:41
बराक ओबामा आए। उन्होंने देखा। और क्या उन्होंने जीता भी? उनकी यात्रा को बुश अथवा क्लिंटन की यात्राओं की श्रेणी में तो नहीं डाला जा सकता, लेकिन इतना कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि यह यात्रा प्रभावकारी रही। वे असर छोड़ गए। उनकी यात्रा मुम्बई हमलों के शिकार हुए लोगों को श्रद्घांजलि देने से शुरू हुई। पूरा देश उसे देख रहा था जिसने अमेरिका में इतिहास बनाया है। ओबामा द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन करना इस यात्रा की सबसे बड़ी घटना रही।

केरल के स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा

उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं
पी श्रीकुमारन - 2010-11-11 18:36
तिरुअनंतपुरमः हाल ही में हुए स्थानीय निकायों के चुनावों में भाजपा को वह सफलता नहीं मिली, जिसकी वह उम्मीद कर रही थी। भाजपा यहां कोई राजनैतिक ताकत नहीं है, लेकिन वह इस दक्षिण भारतीय राज्य में अपना पांव फैलाने की बहुत ही गंभीर कोशिश कर रही है। इन कोशिशों के कारण उसकी कहीं कहीं उपस्थिति दिखाई पड़ती है। स्थानीय निकायों के चुनावों में 5 साल पहले भी उसे कहीं कहीं सफलता मिली थी।