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जो बाइडेन के स्थान पर राष्ट्रपति पद का दूसरा उम्मीदवार देने में बहुत देर हो चुकी

अगली चुनावी बैठकें उनके भाग्य का फैसला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी
कल्याणी शंकर - 2024-07-10 10:16 UTC
पिछले सप्ताह 2024 के राष्ट्रपति पद की बहस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के निराशाजनक प्रदर्शन ने उनकी स्पष्ट थकान, भूलने की बीमारी और भ्रम के कारण चिंताएँ बढ़ा दी हैं। बहस के बाद की अवधि में बाइडेन द्वारा आश्वस्त करने के प्रयासों के बावजूद इसने समर्थकों के बीच अनिश्चितता पैदा हो गयी है। पिछले सप्ताह भी, विस्कॉन्सिन के मैडिसन में एक भाषण के दौरान, उन्होंने शुरू में कहा कि वह "2020 में फिर से डोनाल्ड ट्रम्प को हरायेंगे" और उसके बाद उन्होंने खुद को सुधारते हुए "2024" कहा, जिसने अनिश्चितता को और बढ़ा दिया।

भारत को अगले 10 वर्षों में सालाना 150-200 अरब डॉलर के एफडीआई की आवश्यकता

भारत की धीमी औद्योगिक वृद्धि के पीछे कम एफडीआई प्रवाह ही मुख्य कारण
नन्तू बनर्जी - 2024-07-09 10:26 UTC
यह अजीब लग सकता है कि औद्योगिक महाशक्ति और एक प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा रखने वाले भारत को पिछले साल केवल 28 अरब अमेरिकी डॉलर का कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ, जबकि छोटे से सिंगापुर में 160 अरब डॉलर और हांगकांग में 113 अरब डॉलर के एफडीआई का प्रवाह हुआ। व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) के अनुसार, आर्थिक मंदी और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के बीच भारत में एफडीआई प्रवाह में 43 प्रतिशत की गिरावट आयी है, जबकि वैश्विक स्तर पर इसमें दो प्रतिशत की गिरावट आयी है और यह 13 खरब डॉलर रह गया है। भारत को वास्तव में मजबूत अर्थव्यवस्था बनने के लिए अगले 10 वर्षों में कम से कम 150-200 बिलियन डॉलर की वार्षिक आवश्यकता होगी।

दो विपरीत ध्रुवों पर खड़े हैं नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी

संसद के पहले सत्र में हुई बहस से व्यापक मतभेदों का पता चला
हरिहर स्वरूप - 2024-07-08 11:14 UTC
अट्ठारहवीं लोक सभा के पहले ही सत्र में एनडीए सरकार और विपक्ष के बीच, विशेषकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई पहली मौखिक झड़प के बारे में अनेक बातें कही गयीं हैं। सबसे ज़्यादा सुनी जाने वाली टिप्पणी यह है कि विपक्ष को आखिरकार अपनी आवाज़ मिल गयी है और सरकार अब संसद में किसी भी बात को दबा नहीं सकती।

ब्रिटेन में लेबर पार्टी की भारी जीत यूरोप के लिए एक सकारात्मक घटनाक्रम

नये प्रधानमंत्री को आर्थिक संकटों से निपटकर अपनी योग्यता साबित करनी होगी
सात्यकी चक्रवर्ती - 2024-07-06 11:07 UTC
जैसा कि अपेक्षित था, लेबर पार्टी ने 4 जुलाई को ब्रिटेन में हुए आम चुनावों में कुल 650 सीटों में से 410 से अधिक सीटों पर कब्जा करके शानदार जीत हासिल की तथा कंजरवेटिव पार्टी को उसके चौदह साल के शासन के बाद सत्ता से बाहर कर दिया गया। टोरीज़ को केवल 119 सीटें मिलीं। लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टारमर नये प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाल रहे हैं, वे ऋषि सुनक की जगह लेंगे, जिन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया है।

झारखंड में राजनीति का अप्रत्याशित मोड़ इंडिया ब्लॉक के पक्ष में

एनडीए में फूट, जेडीयू अगले विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी
डॉ. ज्ञान पाठक - 2024-07-05 10:36 UTC
पिछले एक सप्ताह में झारखंड की राजनीति में ऐसा बदलाव आया है जिसकी भाजपा ने कभी उम्मीद नहीं की थी। हेमंत सोरेन जमानत पर जेल से पांच महीने बाद बाहर आ गये हैं, फिर से इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व कर रहे हैं, और मुख्यमंत्री पद पर सत्तारूढ़ हो गये हैं, जिससे भाजपा नेतृत्व काफी निराश है। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के चुनाव 5 जनवरी, 2025 से पहले पूरे होने हैं, जिस दिन सदन का कार्यकाल समाप्त होना है, जो 2024 के अंत तक हो सकता है।

आगामी विधानसभा चुनाव हारने पर 2026 में गिर जायेगी मोदी सरकार

संसद में प्रधानमंत्री को घेरने के अलावा विपक्ष चुनावी तैयारियों पर पूरा ध्यान दे
नित्य चक्रवर्ती - 2024-07-04 11:07 UTC
18वीं लोकसभा का पहला छोटा सत्र अभी-अभी समाप्त हुआ है। तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर यह आभास दिया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कुछ भी अलग नहीं हुआ है, तथा वह 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद की बहुमत वाली पार्टी भाजपा के वही अपराजित नेता बने हुए हैं। मोदी ने इस छोटे सत्र में विपक्ष के साथ वैसा ही व्यवहार किया जैसा उन्होंने पहले किया था और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बहस के लिए लोकसभा में उनके जवाब ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह वही बहुसंख्यकों वाले नेता बने हुए हैं, न कि पूरे देश के प्रधानमंत्री।

2024-25 के बजट में भारत के सुपर रिच पर कर लगाना चाहिए

अपार संपत्ति अर्जित कर रहे शीर्ष उद्योगपति, आम जन भोजन के मोहताज
अंजन रॉय - 2024-07-03 11:30 UTC
वैश्विक वित्तीय संरचना और विकास के वित्तपोषण पर अंतर्राष्ट्रीय विचार-विमर्श में सुपर-रिच पर कर लगाना एक समसामयिक मुद्दा बन गया है।

नयी लोकसभा में दिखा पहले की तरह ही टकराव का माहौल

सत्ता और विपक्ष दोनों को देशहित में मिलकर काम करना चाहिए
कल्याणी शंकर - 2024-07-02 12:33 UTC
18वीं लोकसभा में सकारात्मक कामकाज की संभावना है। नरेंद्र मोदी सरकार ने कहा कि वे आम सहमति चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहमति की मांग की और विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि वे समस्याएं पैदा कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल में उनकी सरकार विपक्ष के साथ परामर्श करके संसद में काम करने का लक्ष्य रखेगी।

फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य थोक मूल्य सूचकांक से जुड़े होने चाहिए

एमएसपी की गणना का आधार हो पिछले मौसम में फसल उत्पादन की लागत
डॉ. सोमा मारला - 2024-07-01 10:59 UTC
एनडीए 3.0 सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अपनी पहली बैठक में 14 फसलों के लिए नये न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी बहुत मामूली है और पांच से सात प्रतिशत (तिलहन और रागी को छोड़कर) के बीच है और यह खेती की बढ़ी हुई लागत को नहीं दर्शाती है।

नरेंद्र मोदी 3.0 सरकार का फिर वही हिंदुत्व-कॉर्पोरेट एजंडा

परन्तु अल्पमत भाजपा को प्रबल विपक्षी प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा
पी. सुधीर - 2024-06-29 10:33 UTC
मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन सरकार के गठन से कुछ हलकों में यह उम्मीद जगी है कि यह एक ऐसी सरकार होगी जिसे भाजपा/आरएसएस के सत्तावादी-सांप्रदायिक-कॉर्पोरेट एजेंडे को आगे बढ़ाने में गंभीर बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। परन्तु इनमें से कुछ उम्मीदें अतिरंजित हैं।