भाजपा में थके-हारे नेताओं का संसदीय बोर्ड
बोर्ड की हैसियत भी अब मार्गदर्शक मंडल जैसी हो गई है
2022-08-25 04:01
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भारतीय जनता पार्टी में नरेंद्र मोदी और अमित शाह का युग शुरू होने के बाद से वैसे तो कई चीजें बदली हैं लेकिन इस बार पार्टी के सर्वोच्च निकाय यानी संसदीय बोर्ड का जिस तरह पुनर्गठन किया गया है, उससे तो उसका पूरा ढांचा ही बदल गया है। उसमें शामिल किए गए चेहरे तो चौंकाने वाले हैं ही लेकिन उससे भी ज्यादा हैरान करने वाला है संसदीय बोर्ड के संरचनात्मक ढांचे में किया गया आमूल-चूल बदलाव। इस बदलाव के चलते कई नियम टूट गए हैं। हालांकि ये नियम पार्टी के संविधान का हिस्सा नहीं है लेकिन कई चीजें परंपरा से चली आ रही थी, उन स्थापित परंपराओं को दरकिनार कर इस बार संसदीय बोर्ड में पुराने सदस्यों को बाहर कर नए चेहरों को शामिल किया गया है।