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भारत: बिहार

लालू-नीतीश गठबंधन में कांग्रेस

सीटों को तय करना आसान नहीं
उपेन्द्र प्रसाद - 2015-08-15 14:48
बिहार का कथित महागठबंधन अब एक और बाधा को पार कर चुका है, हालांकि अब इसे महागठबंधन कहना किसी भी रूप में उचित नहीं। इसका कारण यह है कि इस गठबंधन से नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी बाहर हो चुकी है। सच कहा जाय, तो पहले भी इस गठबंधन को महागठबंधन कहना गलत था, क्योंकि जिस प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा पार्टियां गंभीरतापूर्वव चुनाव लड़ रही हों, उसमें मात्र 4 पार्टियों के गठबंधन को महागठबंधन कहना गलत है।

श्री नारायण योगम के भाजपा के साथ हाथ मिलाने का विरोध

नायर सेवा समाज ने भी भाजपा को झिड़की लगाई
पी श्रीकुमारन - 2015-08-12 11:15
तिरुअनंतपुरमः भारतीय जनता पार्टी केन्द्र में सत्ता में आने के बाद लगातार केरल की राजनीति में प्रासंगिक होने की कोशिश कर रही है। वह प्रदेश में एलडीएफ और यूडीएफ के खिलाफ अपने नेतृत्व में एक तीसरा मोर्चा बनाना चाह रही है। उसे कभी लगता है कि वह अपने उद्देश्य को हासिल करने में आगे बढ़ रही है, तो फिर उसे लगता है कि उसके प्रयासों को झटका लग रहा है। इस तरह के तीसरा मोर्चा बनाने का उसका सपना सपना ही रह जाता है।

भाजपा और कांग्रेस दोनों तीखी गोली

शासन की कमी लोकतंत्र के लिए खतरनाक
अमूल्य गांगुली - 2015-08-12 11:12
एक औसत भारतीय मतदाता के लिए देश की दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों कांग्रेस और भाजपा में से किसी एक को चुनना बहुत ही अनाकर्षक काम है। इसका कारण है कि दोनों के बोयोडेटा में खामियां हैं। दोनों का इतिहास जानकार यही निष्कर्ष निकाला जा सकता है।

दिग्विजय सिंह को सता रहा है अतीत

शिवराज ने सरला महेश्वरी मुकदमे को खोला
एल एस हरदेनिया - 2015-08-10 11:12
भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चैतरफा हमला बोल दिया है। कुछ दिन पहले दो दशक पुराने आत्महत्याक के एक मामले को खोल दिया गया। सरला माहेश्वरी कांग्रेस की एक नेता हुआ करती थी। जलने से उनकी मौत हो गई थी। उस समय कहा गया था कि उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। उनके रिश्तेदार कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान से मिले थे और उनका पैर पकड़कर उस मुकदमे की फिर से जांच कराने की मांग की थी।

भूमि आदेश पर चांडी ने किया गड़बड़झाला

विरोध के बाद आदेश लिया वापस
पी श्रीकुमारन - 2015-08-10 11:10
तिरुअनंतपुरमः स्मार्ट होना राजनीतिज्ञों के लिए अपराध नहीं है। लेकिन जब वे जरूरत से ज्यादा स्मार्ट बनने लगते हैं, तो उनके सामने समस्या आने लगती है।
भारत

काम नहीं तो वेतन नहीं

सांसदों पर पर भी यह नियम लागू करना गलत नहीं
कल्याणी शंकर - 2015-08-07 10:58
क्या काम नहीं, तो वेतन नहीं का सिद्धांत माननीय सांसदों पर भी लागू किया जाना चाहिए? पर्यटन और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कुछ दिन पहले वाराणसी में कहा था कि जिस तरह नौकरशाहों के लिए वेतन नहीं तो काम नहीं का फार्मूला लागू किया जाता है, उसी तरह सांसदों के लिए भी यही फार्मूला लागू करने पर सरकार विचार कर रही है। यदि सांसदों मे संसद को नहीं चलने दिया, तो उनका वेतन काटा जा सकता है। हालांकि सच यह भी है कि संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने महेश शर्मा के उस दावे का तुरंत खंडन कर डाला और कहा कि सरकार इस तरह के किसी प्रस्ताव पर काम नहीं कर रही है।
भारत

पाकिस्तानी आतंकी की गिरफ्तारी

अब क्या कहेगा पाकिस्तान?
उपेन्द्र प्रसाद - 2015-08-07 10:53
पिछले दिनों एक पाकिस्तानी आतंकी को जम्मू में पकड़ लिया गया। उसने 5 भारतीयों को बंधक बना रखा था और बंधक बने लोगों ने ही उसे धर दबोचा। उसके दो साथी भारतीय सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मार गिराए गए। भारत के कब्जे में आया वह आतंकी भारत के आंतरिक मामले में पाकिस्तानी हस्तक्षेप का एक जिंदा सबूत है। 2008 में मुंबई मंे हुए आतंकी हमले में भी एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया था और उसके पाकिस्तानी होने के सबूत सामने आए थे। उस फांसी पर भी चढ़ा दिया गया है, लेकिन पाकिस्तान यह मानने को तैयार नहीं था कि उस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। उस हमले में भारत के अलावा अमेरिका सहित अन्य कई देशों के नागरिक भी मारे गए थे। जाहिर है, भारत के पास मौका था कि वह पाकिस्तान पर बड़ा अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाता और भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए वह उसे कटघरे में खड़ा करता। पर वैसा करने में भारत विफल रहा। कुछ सप्ताह पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ मुंबई हमले को लेकर एक प्रस्ताव के खिलाफ चीन ने ही नहीं, बल्कि रूस ने भी मतदान किया और हफीज सईद के मसले पर पाकिस्तान को भारी दबाव में डालने की भारतीय कोशिश विफल रही।
भारत

भोपाल की बैठक में तीस्ता पर मुकदमे की निंदा

दंगा प्रभावितों के लिए लड़ना गैर कानूनी नहीं
एल एस हरदेनिया - 2015-08-07 10:50
भोपालः पिछले दिनों प्रदेश की राजधानी में सामाजिक कार्यकत्र्ता तीस्ता शीतलवाड़ और उनके पति जावेद आनंद के खिलाफ चलाए जा रहे मुकदमों पर चर्चा के लिए एक बैठक हुई। बैठक में, बुद्धिजीवियों, राजनीतिज्ञों, सामाजिक कार्यकत्र्ताओं, शिक्षाशास्त्रियों, साहित्यकारों और पत्रकारों ने हिस्सा लिया। उस बैठक में सीबीआई द्वारा तीस्ता और जावेद के खिलाफ चलाए जा रहे मुकदमों की निंदा की गई और फैसला किया गया कि इसी तरह की बैठक देश के अन्य शहरों में भी आयोजित की जाएगी।
भारत

गुरदासपुर हमले का पहला सवाल

इसके पीछे कौन?
बी के चम - 2015-08-07 10:48
गुरदासपुर मे हुए आतंकी हमले ने न केवल पंजाब के लिए, अपितु पूरे देश के लिए अनेक सवाल खड़े कर दिए हैं। मारे गए तीनों आतंकियों के पास से जो सामान बरामद हुए हैं, उनसे स्पष्ट है कि वे तीनों पाकिस्तान से आए थे। लेकिन वे क्या पाकिस्तान के नन स्टेट खिलाड़ी थे या वे पाकिस्तान के सत्ता प्रतिष्ठान के समर्थन से भारत में आए थे? या वे आईएसआईएस के आतंकवादी थे? गौरतलब हो कि अभी यह प्रकाश में आया है कि आईएसआईएस ने भारत पर पूरी तरह से हमला करने का फैसला किया है। यह खबर अमेरिका के एक मीडिया संस्थान ने जाहिर की थी। या यह हमला पाकिस्तानी आईएसआई की उस योजना का हिस्सा है, जिसके तहत पंजाब में फिर खालिस्तानी आंदोलन को उभारने की कोशिश की जा रही है?
भारत

सूचना प्रवाह को रोकने की सरकारी कवायद

एम.वाई. सिद्दीकी - 2015-08-07 10:43
भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए एक आदेश ने सरकार के तानाशाही रवैये की ताकीद कर दी है आदेश में यह कहा गया है कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों के चैंबर में पत्रकारों को जाने की इजाजत नहीं होगी, यदि अधिकारी को किसी तरह की सूचना प्रैस को देनी होगी तो वह विभाग के सूचना अधिकारी के कमरे में आकर अपनी बात मीडिया के समक्ष रख सकेंगे। सरकार का यह फैसला भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मंत्रालय के खबरों के प्रवाह से दूर करने की चाल है। इससे सूचना का प्रवाह प्रभावित होगा और भारतीय लोकतंत्र के मर्यादाओं को ठेस लगेगी, क्योंकि मीडिया में आने वाली खबरें जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य कर रहे पत्रकारों के माध्यम से ही सामने आ पाती हैं। ऐसे में हम जिस लोकतंत्र की बातें करते हैं जहां जनता सरकार की स्वामी है, सत्ता की चाबी उसी के पास है उसके अधिकारों का सीधा-सीधा हनन होगा और यह प्रैस की स्वतंत्रता पर प्रश्न खड़ा करेगा?