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क्या पंजाब अपना खोया गौरव पा सकेगा?

राजनैतिक कठपुतली है पंजाब की नौकरशाही
बी के चम - 2012-11-05 12:49
चंडीगढ़ः क्या पंजाब अपना पुराना गौरव दुबारा पा सकेगा? ऐसा लगता तो नहीं है। खासकर निकट भविष्य में ऐसा होने की कोई संभावना नहीं दिखाई दे रही है। कांग्रेस और अकाली दल की सरकारों के तहत पंजाब लगातार अपनी चमक खोता जा रहा है। पंजाब के शुभचिंतकों के लिए सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि पिछले कुछ महीनों में राजैनैतिक, प्रशासनिक और वित्तीय मोर्चे पर राज्य का स्वास्थ्य लगातार नीचे गिरा है।

पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली उत्पादन के बेहतर आसार

भारत और बांग्लादेश को संयुक्त परियोजनाओं से फायदा
आशीष बिश्वास - 2012-11-04 07:29
कोलकाताः दक्षिण त्रिपुरा के पलटाना बिजली प्रोजेक्ट की कमिशनिंग के साथ ही भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली की उपलब्धता के बेहतर आसार बन गए हैं। यह परियोजना तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास का नतीजा है।

मंत्रिमंडल विस्तार ने बहुतों को निराश किया

राहुल औपचारिक रूप से पार्टी के दूसरे बड़े नेता बनेंगे
कल्याणी शंकर - 2012-11-02 12:55
कांग्रेस का नेतृत्व अब अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपने आपको तैयार करने लग गया है। इसके लिए सरकार के स्तर पर ही नहीं, बल्कि संगठन के स्तर पर भी वह बदलावों में जुट गई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अभी हाल ही में अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया। इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अनेक लोग कहते हैं कि इस विस्तार में नया कुछ भी नहीं था। नई बोतल में पुरानी शराब की कहावत को लोग इस विस्तार के बाद याद कर रहे हैं, हालंाकि इसमें युवाओं की भूमिका कुछ बढ़ा दी गई हैं और राहुल ब्रिगेड को भी अहमियत दी गई है।

मीडिया पर भ्रष्टाचार का हमला

चैथे खंभे की विश्वसनीयता मिटाने की कोशिश
नंतु बनर्जी - 2012-11-01 11:44
भारत में मीडिया पर आज जिस तरह के हमले हो रहे हैं, वैसे पहले कभी नहीं हुए थे। 1970 के दशक में आपातकाल के दौरान मीडिया पर सरकार की ओर से अनेक बंदिशें लगा दी गई थीं। अखबारों और पत्रिकाओं में सरकार और सत्तारूड़ कांग्रेस के खिलाफ किसी तरह की खबरें छापना माना था। वह अलग दौर था। उस समय सरकार ने घोषित रूप से वह प्रतिबंध लगा रखा था। पर आज हमला अलग किस्म का है। अब सत्ता में बैठे और अन्य ताकतवर लोग मीडिया पर हमला कर रहे हैं। मीडिया के खिलाफ वे स्टिंग आपरेशन भी कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में बिगड़ता सांप्रदायिक माहौल

पुलिस को खुली छूट मिलनी चाहिए
उपेन्द्र प्रसाद - 2012-10-31 11:52
देश की सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश का सांप्रदायिक माहौल जिस पैमाने पर खराब हो रहा है, उससे पूरे देश को चिंतित होना चाहिए। 1980 और 1990 के दशक में पूरा देश भयंकर सांप्रदायिकता की आग में जल रहा था और उसका मुख्य कारण अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद का वह विवादास्पद स्थल था, जिसे हिंदू राम का जन्म स्थल मानते है। वह अयोध्या उत्तर प्रदेश में ही है। जाहिर है, सांप्रदायिकता को जो भेडि़या 10 साल तक पूरे भारत को सताता रहा, वह उत्तर प्रदेश से ही निकला था।

तिरूवनंतपुरम में विश्‍व मलयाली महोत्‍सव

विशेष संवाददाता - 2012-10-30 13:23
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज केरल की राजधानी तिरूवनंतपुरम में विश्‍व मलयालम महोत्‍सव का उद्घाटन किया। राष्‍ट्रपति पद का कार्यभार संभालने के बाद केरल की पहली यात्रा पर आए श्री मुखर्जी ने कहा कि भारतीय संस्‍कृति का कैनवस बहुत ही व्‍यापक और बहुरंगी अनूठेपन से युक्‍त है। यह कई घटक समुदायों की विरासत और सांस्‍कृतिक परंपराओं से समृद्ध होता आया है। भारत के ‘अनेकता में एकता’ के दर्शन ने सदैव टिकाऊपन और तरक्‍की के लिए जरूरी वातावरण उपलब्‍ध कराया है। खुशहाल सहअस्तित्‍व के साथ मलयालम, मलयाली जनता के समृद्ध इतिहास, संस्‍कृति कला और विरासत का सार और मूर्तरूप है।

किसान ने विकसित की आम की सदाबहार किस्म

मनोहर कुमार जोशी - 2012-10-30 13:18
राजस्थान में कोटा जिले के प्रयोगधर्मी किसान श्री किशन सुमन ने आम की एक ऐसी पौध तैयार की है, जिससे आम के शौकीनों को साल भर आम का स्वाद मिल सकेगा । कोटा शहर से महज पांच किलोमीटर दूर जिले की लाडपुरा तहसील के गिरधरपुरा गांव में सात बीघा जमीन पर खेती करने वाले श्री सुमन ने अपनी सफलता की कहानी बयां करते हुये कहा कि शुरू में परम्परागत खेती करता था, लेकिन बाद में मैंने गुलाब की खेती शुरू कर दी। आज मेरे खेत में चार बीघा में गंगानगरी किस्म के गुलाब और तीन बीघा में मोरपंखी लगी हुई है तथा 150 से अधिक पौधे सदाबहार आम के हैं।

हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा दोनों की हालत खराब

दोनों दलों पर भ्रष्टाचार के धब्बे
बी के चम - 2012-10-30 13:06
चंडीगढ़ः किसी चुनाव का परिणाम मुख्य रूप से तीन बातों पर निर्भर करता है। पहला फैक्टर मुख्य पार्टियों की दशा को मान सकते हैं। दूसरा फैक्टर चुनाव के मुद्दे होते हैं और तीसरा फैक्टर सरकारी पार्टी की उपलब्धियां अथवा नाकामियां है। नतीजे की बात तो होती है, लेकिन इस बात पर चर्चा नहीं होती कि जो भी नई पार्टी चुनाव जीतकर आएगी वह किन समस्याओं का सामना करेगी।

मध्यप्रदेश पर अभी से चुनावी बुखार चढ़ा

दुबारा सत्ता पाने को भाजपा तैयार
एल एस हरदेनिया - 2012-10-29 09:20
भोपालः मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव के अभी एक साल से भी ज्यादा समय बाकी है, पर अभी से यहां चुनावी बुखार चढ़ना शुरू हो गया है। प्रदेश की एक खासियत यह है कि यहां एक द्विदलीय व्यवस्था अस्तित्व में आ गई है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ही यहां राजनैतिक रूप से प्रासंगिक है और सत्ता के लिए मुकाबला इन्हीं दोनों के बीच होता रहा है।

पुतिन की यात्रा से भारत रूस संबंधों को मिल सकता है नया आयाम

दो दशक की परस्पर उपेक्षा को खत्म करने का समय
अंजन राय - 2012-10-27 16:32
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन अगले 24 दिसंबर को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। इस यात्रा ने भारत और रूस के संबंधों को फिर से मधुर बनाने की उम्मीदें जगा दी है। कभी भारत और रूस के संबंध बहुत ही अच्छे होते थे। संकट के समय में रूस भारत के साथ खड़ा दिखाई देता था। भारत पाकिस्तान के बीच जब युद्ध हुए थे, तो पाकिस्तान को अमेरिका को मिल रहे समर्थन को भारत रूस से मिल रहे समर्थन से संतुलित कर देता था। रूस का हाथ भारत के साथ होने के कारण अमेरिका बढ़चढ़कर पाकिस्तान का समर्थन नहीं कर पाता था।