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सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र अनुपम धरा उत्तराखंड

भ्रमण और तीर्थ स्थलों पर बेहतर सुविधा का अभाव
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-06-21 09:16
उत्तराखंड भारत का हरा - भरा प्राकृृतिक सौदर्य से भरपूर पहाड़ी राज्य है जिसकी छटा अपने आप में निराली है। देश की प्रमुख नदियों का यह उद्गम स्थल है, जहां गंगोत्री से गंगा एवं यमुनोत्री से यमुना निकलकर पहाड़ियों के बीच से अपना कलरव करती हुई सदियों से निरंतर बह रही है। उसकी हिन्दू मान्यताएं अपने आप में विशेष महत्व रखती है। हिन्दु गंगा को माता का दर्जा दे रखे है जिसमें स्नान करने एवं जल का पयपान करने से सारे पाप धूल जाते है। आज भी ये मान्यताएं बनी हुई हैं।

भाजपा का पीडीपी से संबंध विच्छेद

क्या कश्मीर मसले पर मोदी अगला चुनाव लड़ेंगे?
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-06-20 08:11
भारतीय जनता पार्टी ने पीडीपी से अपना संबंध विच्छेद कर लिया और महबूबा मुफ्ती की सरकार का पतन हो गया। इस अलगाव से किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि दोनों पार्टियों का वह गठबंधन एक बेमेल और अवसरवादी गठबंधन था। कहने को तो भारतीय जनता पार्टी कह रही थी कि कश्मीर के भले के लिए उसने वह गठबंधन किया, लेकिन अब उसकी सत्ता लोलुपता जगजाहिर हो गई है और सत्ता में आने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार रहती है। कश्मीर में उसका वह गठबंधन भी सिर्फ और सिर्फ सत्ता के लिए ही प्रेरित था।

दुनिया की सोच को बदल सकता है योग

योग के जरिये हम सेहत और तंदुरुस्ती के भी महागुरू बन गए हैं
प्रभुनाथ शुक्ल - 2018-06-19 17:42
भारत के संस्कार में योग समाहित है। योग मानसिक और शारीरिक विकारों से मुक्ति का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान है। इसकी सार्थकता को दुनिया के कई धर्मों ने स्वीकार किया है। योग सिर्फ व्यायाम का नाम नहीं बल्कि इसके आठ आयामों के जरिए हम मन, मस्तिष्क और शारीर को नियंत्रित कर सकते हैं। आधुनिक जीवन पद्धति में योग सेहत और स्वास्थ्य से जुड़ा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग की बदौलत सोशलमीडिया पर फिटनेश वीडिओ वायरल पोस्ट कर देश वासियों को स्वस्थ रहने की चुनौती दे रहे हैं। जबकि देश की नामचीन हस्तियां उसे स्वीकार कर रही हैं।

आतंकवादियों का न तो कोई अपना धर्म होता न कोई ईमान

उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-06-18 13:14
मुस्लिम धर्म में रमजान काल को बड़ा पवित्र एवं शंाति सौहार्द का प्रतीक माना गया है। रमजान काल का समापन मीठी ईद पर्व से होता है जिसमें हिन्दु मुस्लिम दोनों के मधुर मिलन के उभरे स्वरूप को देखा जा सकता है। इस तरह के पवित्र अवसर पर किसी की जान लेना नापाक कदम माना गया है।

मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस का जनसंपर्क अभियान

विधानसभा और लोकसभा के लिए प्रचार शुरू
एल एस हरदेनिया - 2018-06-15 13:31
भोपालः किसानों के 10 दिवसीय आंदोलन के समाप्त होने के बाद कांग्रेस और भाजपा में हलचल बढ़ गई है और दोनों पार्टियां लोगों का समर्थन हासिल करने के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करने में जुट गई हैं। जबकि कांग्रेस बड़े पैमाने पर बैठक कर रही है, भाजपा कार्यकर्ताओं ने घर घर संपर्क करने का अभियान शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री, शीर्ष कार्यकर्ताओं, सांसदों और विधायकों सहित बीजेपी नेताओं ने घर घर जाकर चार साल के मोदी शासन और राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देना शुरू कर दिया है।

इतिहास को लेकर लड़ाई

ठहरे हुए विचारों को स्थापित करने की जिद
अनिल सिन्हा - 2018-06-15 13:28
पिछले कुछ वर्षों से भारतीय इतिहास के हर हिस्से को विवाद में घसीट लिया गया है। आजादी के आंदोलन के इतिहास पर तो ऐसा घमासान है कि उससे जुड़ी हर हस्ति को गिराने का काम तेज गति से चल रहा है। । हिंदुओं और मुसलमानों के बीच के संबंधों तथा प्राचीन और मध्यकालीन भारत के बारे में एक ऐसी समझ बनाई जा रही है जो न तो ऐतिहासक रूप से सही है और न ही राजनीतिक रूप से। तीस के दशक में बनी सोच, जिसे न तो लोगोें का समर्थन मिला था और न ही तथ्यो का आधार, उसे स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। इतिहास पर हमलेे का यह हौसला बाबरी मस्जिद के ढहाने के बाद आया है क्यांेकि इस घटना से भाजपा-संघ परिवार को काफी ताकत मिली है।

क्या अटल बिहारी को भूल चुकी है भाजपा?

बीमार नेता पर राजनीति
उपेन्द्र प्रसाद - 2018-06-15 13:25
अटल बिहारी वाजपेयी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए भर्ती हैं। उनका स्वास्थ्य तो वर्षों से खराब है और घर में रहकर ही वे अपना इलाज करवा रहे थे, लेकिन अब स्थिति कुछ ज्यादा खराब हो गई है और उन्हें एम्स में भर्ती करवाना पड़ा है।

संघ के आंगन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

आलोचना का कोई समुचित आधार नहीं
डाॅ. भरत मिश्र प्राची - 2018-06-12 16:44
देश जब से आजाद हुआ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्रियाकलाप संदेह के दायरे में आते रहे। देश प्रेम का जज्बा मन में लिये उभरा यह दल अपने उग्र विचारों एवं प्रखर प्रवृृत्ति के चलते हमेशा विवादों में उलझा रहा। इस दल पर हिन्दू कट्टरपंथी होने की छाप लगने के कारण मुस्लिम विरोधी होने के आरोप इस पर सदा लगते रहे है। उसके कारण धर्मनिरपेक्ष्य राजनीतिक दलों की निगाहों में यह संगठन सदा से ही उनकी आंखों की किरकिरी बना रहा, जिसपर सांप्रदायिक होने के सदा अरोप लगते रहे। जब कि यह संगठन अपने आप में एक अनुशासित संगठन रहा है जिसके सदस्यों के क्रिया कलाप सामाजिक सेवा से जुड़े रहे।

विपक्षी एकता 2019 तक भाजपा को हराने तकए जिन्दा रह पाएगी?

गठबंधन की राजनीति को एक सक्षम नेतृत्व चाहिए
हरिहर स्वरूप - 2018-06-11 10:11
कर्नाटक में चुनावी सफलता और उत्तर प्रदेश के उपचुनाव से उत्साहित विपक्ष 2019 के आम चुनावों की जीत के प्रति निश्चिंत दिख रही है। यदि विपक्ष एक साथ रहता है, तो भाजपा नरेंद्र और अमित शाह की अगुवाई में जीत नहीं पाएगी। पर सवाल यह है कि विपक्ष का नेतृत्व तृत्व कौन करेगा? कांग्रेस, जो कि सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है, नेतृत्व के लिए अपने दावे को को आगे करेगी। लेकिन प्रधान मंत्री पद के लिए कई उम्मीदवार हैं। इन उम्मीदवारों में ममता बनर्जी, मायावती और चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हैं।

प्रणब की नागपुर यात्रा का राजनीतिक और सामाजिक महत्व

संघ की छवि बनाने की कोशिश
अनिल सिन्हा - 2018-06-09 10:44
पूर्व राष्ट्रपति और पूर्व कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी का आरएसएस के नागपुर मुख्यालय में आयोजित एक अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेना भारतीय राजनीति की एक बड़ी घटना है। इसमें दो बातें साफ दिखाई देती है। एक, आरएसएस आने वाले लोक सभा चुनावों में एक नए तरीके से मैदान में आएगा और दूसरा, राहुल गांधी को अपनी ही पार्टी के कारपोरेट समर्थक लाबी का सामना करना पड़ेगा। इस घटना पर जानबूझ कर संवाद और सहमति का मुलम्मा चढाया जा रहा है। लेकिन हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रणब दा कोई भोले राजनेता नहीं है और न ही उनका इतिहास किसी जुझारू नेता का है। वह आपातकाल में संजय गांधी के सहयोगी थे और बाद में कारपोरेट समर्थक आर्थिक नीतियों को लागू करने में आगे रहने वाले नेताओं में से रहे हैं। उनके नागपुर जाने को न तो आम सहमति बनाने के गांधीवादी कदम के रूप में लिया जाना चाहिए और न ही एक गैर-राजनीतिक कदम के रूप में।