भारत
ओबामा को गणतंत्र दिवस पर बुलाना अच्छी बात है
अमेरिकी राष्ट्रपति को उस दिन सैन्य ताकत दिखाना गलत है
2014-12-17 11:45
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कम्प्यूटर पर युद्ध का खेल खेलने वाले बच्चों के लिए 26 जनवरी को राष्ट्रपति भवन के सामने सैनिक विमानों की उड़ान बहुत रोमांचित करता है। उन्हें राजपथ पर भारतीय सैन्य शक्ति का प्रदर्शन भी बहुत अच्छा लगता है। जब वे देखते हैं कि हमारी सेना के लोग एक से बढ़कर एक करतब दिखा रहे हैं और उनके साथ हमारे युद्ध के सामानों को माॅडल उनकी आंखों के सामने से गुजर रहा है, तब भी वे अपने को बहुत रोमांचित महसूस करते हैं। पर यह रोमांच सिर्फ बच्चों को ही हो सकते हैं, हमारी सेना से जुड़े लोगों और विशेषज्ञों को नहीं, क्योंकि उन्हें पता है कि हमारी सैनिक तैयारियां बहुत ही कमजोर है। हमारी सेना के पास उपकरणों की भारी कमी है। यदि हम उसकी तुलना रूस, चीन, सऊदी अरब, जापान, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड और अमेरिका से करें, तो पाते हैं कि हम उनके सामने कहीं नहीं टिकते। इसलिए हमारे जानकार लोग चाहेंगे कि जब 26 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा राजपथ पर मुख्य अतिथि के रूप में बैठे हुए हों, तो उनके सामने हम अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहीं ही करें, तो अच्छा हो।