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भारत

प्रधानमंत्री की छवि हुई धूमिल

बोफोर्स घोटाले से भी बदतर हो गया है माहौल
विशेष संवाददाता - 2010-12-05 11:49
नई दिल्लीः राजधानी में बहुत कम लोग इस बात को स्वीकार कर हैं, लेकिन यह सबको पता है कि आज का माहौल कांग्रेस पार्टी के लोगों को 22 साल पहले वाले बोफोर्स घोटाले के बाद वाल माहौल जैसा हो गया है। सच तो यह हे कि आज स्थिति उससे भी बदतर हो गई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अपनी खुद की छवि खराब हो गई है।
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संकट में फंसती केन्द्र सरकार

मनमोहन सिंह को लेने होगे ठोस निर्णय
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-12-03 15:11
केन्द्र की जो आज राजनैतिक स्थिति है, उसकी अतीत में कोई मिशाल ढूंढ़ने से भी नहीं मिलती। पिछले दो सप्ताह से संसद चल नहीं रही है। संसद को विपक्ष चलने नहीं दे रहा है। उसके चलाने की मुख्य जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की है। यदि वह भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए जीपीसी के गठन की मांग को मान ले, तो संसद में चल रहा गतिरोध समाप्त हो जाएगा, लेकिन केन्द्र की सरकार विपक्ष की वह मांग मानने के लिए तैयार नहीं है, भले संसद चले या न चले। और इस क्रम में सरकार की प्रतिष्ठा को कितना आघात लग रहा है, उसकी चिंता शायद केन्द्र सरकार में शामिल लोगों और दलों को नहीं है।
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जगन का विद्रोह: युवा नेता का काम आसान नहीं

कल्याणी शंकर - 2010-12-02 13:03
जगनमोहन ने आखिरकार कांग्रेस से अपना संबंध तोड़ ही लिया। उसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि इस युवा नेता का क्या भविष्य होगा? क्या वे कांग्रेस को तोड़कर अपनी राजनीति का रास्ता प्रशस्त कर पाएंगे अथवा सिर्फ अपनी पूर्व पार्टी के लिए कुछ छोटी मोटी समस्या खड़ा कर राजनीति से गुम हो जाएंगे?

अब आडवाणी ने किया सरकार से जेपीसी से जांच कराने का अनुरोध

एस एन वर्मा - 2010-12-02 03:05
नई दिल्ली। टू जी स्पेक्ट्म आवंटन को लेकर 15 दिनों की माथापच्ची और सत्ता पक्ष व विपक्ष में रस्साकसी के बाद एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज स्वयं मोर्चा संभालते हुए पूरे विपक्ष की ओर से सरकार से अनुरोध किया कि वह जिद छोड़े दे और 2 जी स्पेक्ट्म की जांच जेपीसी से कराने की विपक्ष की मांग स्वीकार कर ले। उन्होंने आज यह भी एलान कर दिया की अगर सरकार विपक्ष की मांग अनसुनी कर देती है तो एनडीए भ्रष्टाचार के मामले को ले कर पूरे देश में गंभीरता से जनसभा कर जनता के बीच जाएगा और सरकार की पोल खोलेगा।

कोच फैक्टरी के मसले पर केन्द्र और राज्य में टकराव

प्रोजेक्ट पर तू तू मैं मैं का साया
पी श्रीकुमारन - 2010-12-01 19:01
तिरुअनंतपुरमः पलाक्कड जिले के कांजिकोडे स्थित प्रस्तावित सबरी रेल प्रोजेक्ट केन्द्र की युपीए सरकार और राज्य की एलडीएफ सरकार के बीच एक दूसरे के ऊपर दोषारोपण का शिकार हो गया है।

2 जी स्पेक्ट्रम घोटाला में मीडिया तत्व

व्यवस्था में व्यापक सड़न
प्रफुल बिडवई - 2010-11-30 19:08
संचार मंत्रालय के 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर हो रही चर्चाओं के बीच में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं और इसमें राजनैतिक पार्टियों, कार्पोरेट घरानों और मीडिया से जुड़े लोगों के नापाक रिश्ते भी सामने आ रहे हैं। आउटलुक और ओपेन पत्रिका ने नीरा राडिया के साथ कुछ टॉप पत्रकारों की बातचीत के टेप की बातों को प्रकाशित किया है। नीरा राडिया टाटा और मुकेश अंबानी समूह की कंपनियों के लिए काम करती थीं।

उड़िया फिल्म निर्माण के 75 वर्ष

कपिलास भूयान - 2010-11-30 18:25
28 अप्रैल, 1936 को मोहन सुंदर देब गोस्वामी द्वारा प्रथम बोलती उड़िया फिल्म सीता बिबाह का प्रदर्शन दीर्घकालीन फिल्म आन्दोलन की दिशा में एक विशेष क्षण था और इसने स्थानीय पहचान की अभिव्यक्ति को एक नया आयाम दिया। लंबे समय के संघर्ष के बाद, इसी वर्ष 1 अप्रैल को भाषा विज्ञान के क्षेत्र में एक राष्‍ट्रीय विचारधारा के गठन से ठीक पहले यह महत्वपूर्ण कार्य हुआ। भारतीय राजतंत्र में बाद के वर्षों में देश के भाषा विषयक राज्यों के लिए यह एक अग्रदूत थी।
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राडिया टेप लीक मामला

आखिर सरकार की प्राथमिकता क्या है?
उपेन्द्र प्रसाद - 2010-11-29 17:05
पूरा विपक्ष केन्द्र सरकार से 2 जी स्पेक्ट्रम और राष्ट्रमंडल खेलों में हुए भ्रष्टाचार की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग कर रहा है। यूपीए के तीन घटक- डीएमके, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस, भी इस जांच के खिलाफ नहीं है। इसके बावजूद केन्द्र सरकार भ्रष्टाचार के इन मामलों की सीबीआई जांच के लिए तैयार नहीं है। इसका नजीता संसद की कार्यवाहियों के लगातार स्थगन के रूप में सामने आ रहा है।

बांग्लादेश भारत के प्रति उदार नहीं

पर भारत से वह रियायतें चाहता है
आशीष बिश्वास - 2010-11-28 16:43
कोलकाताः बांग्लादेश नेपाल और भूटान से रोड के मार्फत जुड़ना चाहता है और इसके लिए भारत की सड़कों का इस्तेमाल करना चाहता है। इसका प्रस्ताव उसने भारतीय अघिकारियों के समक्ष पेश कर रखा है। पर दूसरी और वह खुद भारत को इस तरह की सुविधा नहीं देना चाहता।

बिहार के बाद अब कांग्रेस की दक्षिण में आफत आने वाली है

अच्छे प्रशासन के बिना यूपीए कुड हासिल नहीं कर पाएगा
एस सेतुरमन - 2010-11-26 16:26
नवंबर का महीना कांग्रेस के लिए काफी क्रूर साबित हुआ है। इस महीने में भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर उसे काफी फजीहत का सामना करना पड़ा है। आदर्श सोसाइटी घोटाले में तो उसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तक को बदल देना पड़ा। सहयोगी डीएमके के ए राजा को भी उसे केन्द्र सरकार से बाहर करना पड़ा। राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार को लेकर भी उसकी खासी फजीहत हो रही है। कांग्रेस के लिए उससे भी बड़ी चिंता का विषय यह है कि अब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भ्रष्टाचार के मामले को लेकर सीधे विपक्ष का निशाना बन रहे हैं।