बिहार की हार से सबक नहीं ली मोदी ने
रोहित वेमुला ने प्रधानमंत्री की छवि की तार तार
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2016-01-30 11:29 UTC
कहा जाता है कि राजनैतिक दलों के नेता सत्ता पाने के बाद वास्तविकता से नाता तोड़ने लगते हैं। यही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हो रहा है। वे इस बात को भूल गए कि किन कारणों से लोकसभा में उनकी जीत हुई थी। वे समझते हैं कि गुजरात के विकास माॅडल के कारण उनकी जीत हुई थी और उनकी पार्टी और संघ परिवार के लोग समझते हैं कि वास्तव में यह उनकी विचारधारा की जीत थी। जबकि सच्चाई यह है कि भ्रष्टाचार विरोधी माहौल और नरेन्द्र मोदी के एक चायवाले ओबीसी परिवार से आने की छवि ने नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री की गद्दी पर बैठा दिया और भारतीय जनता पार्टी के वे लोग भी जीत गए, जो भ्रष्ट रहे हैं और जिनकी छवि दलित और ओबीसी विरोधी है।