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हरियाणा की राजनीति की दिशा स्पष्ट नहीं

कांग्रेस और भाजपा जाति के कीचड़ में समान रूप से है फंसी
बी के चम - 2013-01-22 13:19
चंडीगढ़ः हरियाणा की राजनीति में इस समय जबर्दस्त हलचल का माहौल है। प्रदेश की राजनीति में आया राम और गया राम की जिस तरह की राजनीति होती रही है, उसे देखते हुए यहां की राजनीति के बारे में कुछ भी अनुमान लगाना कठिन है। लेकिन पिछले दिनों से प्रदेश में जो राजनैतिक हलचल मची है, उसे देखते हुए 2014 के लोकसभा चुनाव के संकेतों को ढूंढ़ने की कोशिश तो की ही जा सकती है।

अरनमुला हवाई अड्डे पर यूडीएफ की यूटर्न

कांग्रेस के अंदर भी इसका विरोध
पी श्रीकुमारन - 2013-01-21 17:50
तिरुअनंतपुरमः कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ सरकार को आदत पड़ गई है कि वह कोई भी निर्णय बिना विवाद खड़ा किए हुए नहीं करती।

कांग्रेस के चिंतन बैठक में हुई अल्पसंख्यकों को जोड़ने की कवायद

एस एन वर्मा - 2013-01-20 04:00
जयपुर।इस गुलाबी नगरी जयपुर में आयोजित कांग्रेस के चिंतन शिविर में अल्पसंख्यकों को जोड़ने के उपायों पर भी चिंतन किया गया।उत्तर प्रदेश,बिहार जैसे राज्यों से कांग्रेस को मुस्लिम आबादी से अपेक्षित सहयोग न मिलना उसे खलता रहा है। विधानसभा चुनावाों में मुस्लिम वेाटों का खिसकना जारी है। ऐसे में कांग्रेस अल्पसंख्यकों की मांगों को पूरा करना और उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कई उपायों पर चर्चा की है।जिसकी घोषणा कल कांग्रेस अधिवेशन में की जाएगी।

शहीद के गांव नेताओं के कारवां

नेताओं का पहला दायित्व गुस्से को युद्धोन्माद बनने से रोकना है
अवधेश कुमार - 2013-01-19 18:25
हमारे राजनेता किसी शहीद सैनिक के घर जाएं, उनके परिवार की पीठ पर हाथ रखें इससे किसी को आपत्ति नहीं हो सकती। इसलिए शहीद लांसनायक हेमराज या लांसनायक सुधाकर के परिवार को नेताओं द्वारा सम्मान देना सामान्यतः उचित मानना चाहिए। देश का नेतृत्व करने के नाते यह उनका दायित्व भी है। किंतु इसमें स्वाभाविक संवेदनशीलता तथा ईमानदारी दिखनी चाहिए।

कांग्रेस को आत्ममंथन की सख्त जरूरत

क्या चिंतन शिविर में कांग्रेस ऐसा कर पाएगी?
कल्याणी शंकर - 2013-01-18 13:25
आखिर कांग्रेस की बीमारी क्या है? सबसे बड़ी बीमारी तो संवादहीनता की स्थिति है, जो इसकी वर्तमान हालत के लिए जिम्मेदार है। एक समय था, जब कोई भी कांग्रेसी कार्यकत्र्ता किसी नेता के घर जाकर आसानी से उससे मिल सकता था। लेकिन अब यह अतीत की बात हो गई है। अब नेता जनता से दूर होते जा रहे हैं और उन्होंने अपने आपको अपने सुरक्षित बंगले में कैद कर रखा है। वे लोगों से नहीं मिलते। अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिलते।
चुनावी चुनौतिओं से निबटने के लिए षुरू हुई कांग्रेस की चिंतन बैठक

सोनिया ने दी युवा प्रतिनिधिओं को नसीहतें

एस एन वर्मा - 2013-01-18 12:33
जयपुर। यूपीए सरकार को हर मोर्चे पर मिली नाकामिओं के कारण जनता में गिर रही कांग्रेस की साख को बचाने की जद्दोजहद आज से जयपुर में शुरू हो गयी है। बहुप्रतिक्षित कांग्रेस का दो दिवसीय चिंतन बैठक सोनिया के हुंकार व नसीहत भरे भाषण से प्रारंभ हुआ । इस चिंतन शिविर में भाग लेने वाले नेताओं को पांच विषयों पर माथापच्ची करते हुए कांग्रेस को सशक्त करने और आने वाले चुनावों का सामना करने के लिए बलशाली बनाने के उपाए बताने हैं। नेताओं को बेखौफ हो कर अपनी राय व्यक्त करने को कहा गया है। युवाओं के हाथों में कमान सौंपने के लिए बुजुर्ग नेताओं की अध्यक्षता में विचार विमर्श शुरू हो गया है।

'कोल्ड हॉरर' से गुंडागर्दी तक

बद से बदतर की ओर बंगाल
अमूल्य गांगुली - 2013-01-17 13:25
राजनीति किस तरह की जा रही है, इसका पता लगाना है, तो पश्चिम बंगाल की राजनीति को देख लीजिए, जो ’’कोल्ड हॉरर’’ से गुंडागर्दी की ओर बढ़ चुकी है। जब नंदीग्राम में भयंकर हिंसा हुई थी, तो उस घटना को उस समय के राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी ने कोल्ड हॉर कहा था। अब पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति को देखकर वर्तमान राज्यपाल एम के नारायणन इसे गुंडागर्दी बता रहे हैं।

चौटाला के घोटाले पर विलंबित फैसला

भ्रष्टाचार के मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में क्यों नहीं?
उपेन्द्र प्रसाद - 2013-01-16 13:44
शिक्षक भर्ती घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला को एक सीबीआई अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद बाद भ्रष्टाचार से आहत देश का एक बहुत बड़ा समुदाय राहत की सांस ले रहा है। यह पहला मौका है, जब मुख्यमंत्री के पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार मे लिप्त पाए गए किसी राजनेता को किसी अदालत द्वारा दोषी पाया गया है।

पाकिस्तानी सीमा पर तनाव

कश्मीर मसले को फिर से उभारने की कोशिश
बी के चम - 2013-01-15 13:58
जम्मू और कश्मीर में पिछले कुछ सालों से माहौल बेहतर बना हुआ है। यह माहौल आने वाले दिनों मंे शांत बना रहेगा या एक बार फिर भारी अशांति का दौर शुरू होगा, इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। लेकिन इसके बारे में कुछ तो विश्लेषण किए जा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले सीमा पार से होने वाली घुसपैठ के बारे में समझना होगा।

नियंत्रण रेखा पर संघर्ष शांति प्रयासों के लिए झटका

लोग खुली सीमा और खुला दिमाग चाहते हैं
हरिहर स्वरूप - 2013-01-14 13:14
जिस समय लाहौर में भारत पाकिस्तान के बीच शांति प्रयास गंभीर दौर में थे, उसी समय सीमा पर संघर्ष और उसमें दो भारतीय जवानों की मौत निश्चय ही दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने की दिशा में एक बहुत बड़ा रोड़ा है। लाहौर में दक्षिण एशिया फ्री मीडिया एसोसिएशन लाहौर में सीमाओं को खोलने की बात कर रहा था और उसी बीच संघर्ष की खबर आई। यदि पाकिस्तान की दृष्टि से देखें, तो लगेगा कि गलती भारत की थी और यदि भारत की दृष्टि से देखें, तो लगेगा कि गलती पाकिस्तान ने की।